पार्किंग की सुविधा के बगैर यातायात व्यवस्था में सुधार संभव नही!

पार्किंग की सुविधा के बगैर यातायात व्यवस्था में सुधार संभव नही!
ऋषिकेश-तीर्थ नगरी में सड़कों किनारे होने वाली वाहनों की पार्किंग की वजह से लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लंबे समय से चली आ रही इस समस्या पर जिम्मेदारों द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। बाजार में खरीददारी के लिए आने वाले ज्यादातर लोग मजबूरी में सड़क किनारे या सड़कों पर ही अपनी वाहन खड़े करते हैं।
ऋषिकेश में ट्रैफिक पुलिस सड़कों पर खड़े होने वाले वाहनों पर लगभग रोजाना ही कार्रवाई करती है, लेकिन इसके बाद भी अवैध पार्किंग की समस्या खत्म नहीं हो पा रही है। बाजार में बैंक शाखाओं, डाकघर व अन्य जगह पर आने वाले लोगों के लिए पार्किंग व्यवस्था पर अभी तक किसी ने ध्यान नहीं दिया है।शहर के यातायात को बिगाड़ने में बेहद गंभीर समस्या बनी अवैध पार्किंग से निबटने के लिए नपा ने भी कोई ठोस उपाय नहीं किए हैं। पूरे शहर में पार्किंग के लिए जगह कहीं पर भी नहीं। शहर में लाइनिंग तो दूर सड़कों पर फुटपाथ तक के लिए जगह नहीं है।शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या आम हो गई है। हर दिन लोग जाम की समस्या से जूझ रहे हैं। स्थिति यह है कि शहर के प्रमुख मार्गों में चलना दूभर हो गया है। बाइक तो दूर पैदल भी लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है।शहर में ट्रैफिक जाम के कारण लोगों काे परेशानी हाे रही है। जाम लगाने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शहर का विस्तार होने और आबादी बढ़ने के बावजूद ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए कोई पहल नहीं हो पाई है।नगर उधोग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महामंत्री प्रतीक कालिया का कहना है कि शहर में पार्किंग की व्यवस्था ना होने से बाजार तथा विभिन्न चौक चौराहों पर अस्त व्यस्त ढंग से वाहन खड़े कर दिए जा रहे हैं। शहर में अवैध पार्किंग के चलते ही ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ रही है। पैदल चलना भी दुभर हो गया है।शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी बालाजी लैब के संचालक गुड्डू सिंह के मुताबिक अव्यवस्थित ट्रैफिक को सुधारने के लिए अब तक ठाेस याेजना नहीं बनी है। यातायात की समस्या ने विकराल रूप ले लिया है। वाहनों की अवैध पार्किग के चलते हर शहर में समय वाहनों का जाम लग जाता है।