मुंगेरी लाल का हसीन ख्वाब बना घर बनाने का सपना

मुंगेरी लाल का हसीन ख्वाब बना घर बनाने का सपना

सीमेंट, सरिया, ईटों सहित आशियाने बनाने की हर निर्माण सामग्री हुई मंहगी

ऋषिकेश-मध्यमवर्गीय लोगों के लिए घर बनाने का सपना अब मंहगाई के सबसे बुरे दौर में मुंगेरी लाल के हसीन ख्वाब बनकर रह गया है।खासतौर पर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिकेश में जहाँ जमीनों के भाव पहले ही आसमान पर हैं।

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अपना घर हो, यह हर व्यक्ति का सपना होता है। महंगाई की मार पर इसपर तुषारापात कर कर रही है। अब घर बनाना काफी महंगा हो गया है। सरिया से लेकर जंगला-चौखट तक सभी काफी महंगे पड़ रहे हैं। एक साल में ईंटो पर 500 रुपये प्रति हजार तो सीमेंट पर 50 रुपये प्रति बोरी तक दाम बढ़ गए हैं। एक साल के अंदर भवन निर्माण सामग्री की कीमत में 25 फीसद तक बढ़ोत्तरी हुई है। बढ़ी महंगाई के चलते घर बनाने के लिए जमा की गई पूंजी कम पड़ रही है। सबसे अधिक दिक्कतें उन्हें हो रही है जिनके निर्माण अधूरे पड़े हुए हैं। और तो और बैंक लोन भी लगातार महंगा हो रहा है।महत्वपूर्ण ये भी है कि अपने सुंदर आशियाने के लिए लोग जीवन भर प्रयासरत रहते हैं। अपनी छोटी-छोटी बचतों के माध्यम से इसकी शुरुआत जमीन खरीदने से होती है। इसके लिए पहले से ही बजट तैयार करना होता है। भवन निर्माण से जुड़े लोग बताते हैं कि लोगों को अब तो घर बनाने के लिए महंगाई से जंग लड़नी पड़ रही है। एक साल में सरिया 12 एमएम 58 से 65 रुपये किलो, गार्डर 65 से 70 रुपये किलो, चौखट व जंगला 65 से 75 रुपये प्रति किलोग्राम हो चुका है। आयरन की नालीदार सीट 95 से 120 रुपये प्रति किलोग्राम तक हो गई है। प्राइमर, पुट्टी सब हुए महंगे भवन निर्माण सामग्री की कीमतों में इजाफा होने से निर्माण कार्य कराने में लोगों को दिक्कतें हो रही हैं। ईंट, सीमेंट सब महंगे हैं। रंगाई, पुताई वाले उत्पाद पर भी महंगाई की मार है। इसमें पेंट एक लीटर 200 से 250 रुपये, डिस्टेंपर 20 लीटर 800 से 900 रुपये तक हो गए हैं। ये कीमतें जुलाई 2021 से अगस्त 2022 के बीच बढ़ी हैं।ईंटों से लेकर सीमेंट व अन्य निर्माण सामग्री के साथ राजमिस्त्री व कारीगरों की मजदूरी बढ़ गई है। ऐसे मेंं घर बनाने का सपना भी अधिकांश लोगों के लिए मुंगरी लाल के हसीन ख्वाब बनकर रह गया है।

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