श्रद्वालुओं के लजीज व्यजनों से महक रहें हैं आश्रम!

श्रद्वालुओं के लजीज व्यजनों से महक रहें हैं आश्रम!

यात्रियों से गुलजार हुई तमाम धर्मशालाएं एवं आश्रम

ऋषिकेश-कहते हैं भूखे पेट भजन ना होए।यह बात विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा पर सैकड़ों मीलों के सफर पर निकले देश के विभिन्न राज्यों से आये श्रद्वालुओं पर बिल्कुल सटीक बेठ रही है।यात्रा से पूर्व ऋषिकेश के पड़ाव में लोक संस्कृति के गीत गूंज रहे हैं वहीं तरह तरह के पकवानों से आश्रम और धर्मशालाएं महक रही हैं।


श्रद्वालुओं को अपनी मन पंसद का पारम्परिक भोजन मिल जाये तो प्रभु भक्ति का उत्साह दूना हो जाता है।ऐसा ही कुछ नजारा यहां देखने को मिल रहा है।दो वर्ष के कोरोनाकाल की मार झेलने के बाद विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा पूरे शबाब पर है।यात्रा की पुरानी रंगत लोटते ही ऋषिकेश के तमाम आश्रम एवं धर्मशालाएं इन दिनों यात्रियों से फुल पैक हैं।चारधाम यात्रा में उमड़ रही भीड़ को देखते हुए धामों में श्रद्वालुओं की संख्या निर्धारित कर देने एवं धामों में दर्शन की अगली उपलब्ध तिथियों पर पंजीकरण कराने और इसके आधार पर ही यात्रा का प्लान बनाने के निर्देशों के बाद बड़ी संख्या में श्रद्वालु यहां के आश्रमों एवं धर्मशालाओं में डटे हुए हैं।ऐसे में दिनभर श्रद्वालुओं का समय प्रभु भक्ति में बीत रहा है।श्रद्वालुओं के लिए राहत की बात सिर्फ यही है कि भोजन के लिए उन्हें इधर उधर भटकना नही पड़ रहा है।बताते चले कि अधिकांश टूर अब पैकेज के आधार पर संचालित हो रहे हैं जिसमें भोजन की सुव्यवस्थित व्यवस्था टूर संचालकों द्वारा तय होती है।

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: