समृद्ध और उन्नतशील राष्ट्र के लिए महिलाओं का शिक्षित होना जरुरी

समृद्ध और उन्नतशील राष्ट्र के लिए महिलाओं का शिक्षित होना जरुरी

ऋषिकश- देश में महिलाएं हर क्षेत्र में डंका बजा रही हैं।
आधुनिक भारत के निर्माण में महिलाओं के योगदान को कमतर नही आंका जा सकता।हालांकि यह दीगर बात है कि समाज में महिलाओं अपने हक हकूक के लिए अब भी संघर्ष करना पड़ रहा है।


समाज सेविका रीना नारायण का मानना है कि मोजूदा दौर में रूढ़ियों को, भ्रान्तियों को समाप्त कर उन्नत समाज के निर्माण में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान होने के बावजूद उनकी उपेक्षा कम नही हुई है। आज भी हमारे समाज में विधवाओं को उचित स्थान नहीं मिलता, विधवाओं को दूसरी महिलाओं से अलग दृष्टि से देखा जाता है। कहा कि, ‘‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ,’’ महिला सश्क्तिकरण, महिला उत्थान, महिलाओं को सामाजिक बन्धनों से उपर उठकर शिक्षा के लिये प्रेरित करना वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।मैत्री संस्था की अध्यक्ष कुसुम जोशी के मुताबिक भारत में महिलाओं के लिये आज भी शिक्षा के क्षेत्र में बहुत कुछ करने की जरूरत है। उन्होने कहा कि अपने राष्ट्र को समृद्ध और उन्नतशील बनाने के लिये महिलाओं को शिक्षित करना जरूरी है। शिक्षा के साथ उन्हें व्यवसायिक प्रशिक्षण देना भी अत्यंत आवश्यक है ताकि उनके अन्दर जो कला है; जो हुनर है वह बाहर निकल कर आये जिससे वे आर्थिक रूप से मजबूत हो सके। राज्य आंदोलनकारी व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की संयोजिका सरोज डिमरी का कहना है कि बेटियों को बेटों से कम न आँके। भारत की बेटियों ने भारत को अनेकों बार गौरवान्वित किया है।
भारतीय समाज को बेटियों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध होना होगा तभी हमारा देश और अधिक उन्नति कर सकता है। समाज में प्रत्येक स्तर पर महिला सशक्तीकरण तथा उनकी सामुदायिक भागीदारी के लिये प्रयास करने होंगे ताकि महिलाओं में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता जैसे गुणों का विकास हो सकेगा।

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