होली पर्व के लिए सजी रंगों एवं पिचकारियों की दुकानें

होली पर्व के लिए सजी रंगों एवं पिचकारियों की दुकानें

ऋषिकेश-कोरोना वायरस संक्रमण का कहर थमने के बाद इस बार होली का रंग खूब उड़ेगा। इसके लिए अभी से तैयारी शुरू हो गई है।



तीर्थ नगरी के बाजार में पिचकारियों की दुकानें सज गई हैं।इस मर्तबा एक से बढ़के एक तरह की पिचकारियां बाजार में मोजूद हैं। गुलाल उड़ाने के लिए भी बाजार में पिचकारी आ गई हैं। चाइनीज बाजार ठंडा पड़ने के बाद बाजार में स्वदेशी पिचकारियों की भरमार है। थोक बाजार में फिलहाल फुटकर विक्रेता उमड़ रहे हैं। बाजार में वाटर टैंक, एयर प्रेशर, पाइप आदि तरह की पिचकारी आ चुकी हैं। बच्चों के लिए मछली, गन, डोरेमोन, बेनटेन की पिचकारी भी हैं। वहीं, बढ़े लोगों के लिए बाजार में एक लीटर से लेकर 20 लीटर के टैंक वाली भी पिचकारी बाजार में उपलब्ध हैं। नई वैरायटी में मेंढक, स्पाइडरमैन, गुड़िया, पावर रेंजर्स, मिक्की माउस पिचकारी लुभा रही हैं। इस बार पिछले साल की तुलना में पिचकारियों के दामों में लगभग 20 फीसद की बढ़ोत्तरी है।तिलक रोड़ पर रंगों एवं पिचकारियों की दुकान लगाने वाले प्रिंस मनचंदा ने बताया कि इस बार बाजार में चाइना की पिचकारी नहीं आई हैं। मेक इन इंडिया की धूम है। देसी पिचकारियां चाइना की पिचकारियों से बेहतर होती हैं। इनकी कीमत भी चाइना की पिचकारी के बराबर है।

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