ऑनलाइन शिक्षा के लिए वरदान बना इंटरनेट-स्वामी चिदानंद

ऑनलाइन शिक्षा के लिए वरदान बना इंटरनेट-स्वामी चिदानंद

ऋषिकेश- परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने आज इंटरनेट दिवस के अवसर पर कहा कि वर्तमान समय में दुनिया भर के बच्चे और युवा ऑनलाइन तकनीक से शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, ऐसे में उन्हें सुरक्षित तरीके से इंटरनेट के उपयोग का प्रशिक्षण प्रदान करना अत्यंत आवश्यक है।



स्वामी चिदानन्द ने अपने संदेश में कहा कि डिजिटलीकरण के इस दौर में इंटरनेट संचार और सूचना प्राप्ति का एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण जरिया है ।क्योंकि वर्तमान में इंटरनेट सभी की जरूरत बन गया है, ऐसे में यह ध्यान रखना जरूरी है कि बच्चे इंटरनेट का सही उपयोग करें। डिजिटल साक्षरता का आशय उन तमाम तरह के कौशलों से है, जो इंटरनेट का प्रयोग करने और डिजिटल दुनिया के अनुकूल बनने के लिये आवश्यक हैं।उन्होंने कहा कि इंटरनेट के माध्यम से सूचना के क्षेत्र में भी एक मजबूत क्रांति आयी है परन्तु हमारे युवाओं को इंटरनेट के साथ इनरनेट से भी जुड़ना होगा तभी वास्तविक विकास सम्भव है। जनसमुदाय की पहुँच सूचनाओं तक इंटरनेट ने ही बेहतर की है परन्तु इनरनेट से जुड़ने के लिये हमें अपनी विधाओं जैसे योग, ध्यान और प्राणायाम से जुड़ना होगा।कहा कि इंटरनेट एक शक्तिशाली उपकरण है जिसमें सीखने, कौशल बढ़ाने और नई क्षमताओं और ज्ञान प्राप्त करने के अपार अवसर है। कोविड-19 महामारी के दौरान हम सभी ने इसका अनुभव भी किया है इसलिये बच्चों और युवाओं को ऑनलाइन सुरक्षा और सशक्तिकरण के विषय में जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है।

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