जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक में नमामि गंगे कार्यों की हुई समीक्षा

जिला गंगा सुरक्षा समिति की बैठक में नमामि गंगे कार्यों की हुई समीक्षा

ऋषिकेश-नमामि गंगे कार्यों की समीक्षा के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला गंगा सुरक्षा समिति की 50वीं बैठक कलेक्ट्रेट परिसर के ऋषिपर्णा सभागार में अपर जिलाधिकारी प्रसाशन डॉ एस के बर्नवाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।


इस दौरान नमामि गंगे योजना के तहत जनपद में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की गई।मौके पर मौजूद समिति के नामित सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान ने सदन को बताया कि ग्राम सभा खदरी खड़क माफ में बीते मानसून में सौंग नदी की बाढ़ से काफी नुकसान हुआ था लेकिन विभाग द्वारा निरीक्षण के बाद भी अभी तक कोई सुरक्षात्मक कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है।विभाग द्वारा आगामी अप्रैल तक सुरक्षा कार्य कराने का आश्वाशन दिया गया है।जो कि संतोषजनक नहीं है।फौरी तौर पर अतिसंवेदनशील स्थानों पर छोटे बजट के कार्य किये जाने चाहियें ताकि नुकसान की आशंका कम हो सके।जिस पर संज्ञान लेते हुए अपर जिलाधिकारी प्रसाशन ने सिंचाई विभाग को सुरक्षा तार जाल व्यवस्था के निर्देश दिए।जुगलान ने बताया कि लक्कड़ घाट स्थित 26 एमएलडी एसटीपी के निकट मत्स्य पालन प्रशिक्षण केंद्र सहित साहसिक खेल केंद्र व बर्ड वाचिंग पॉइन्ट की स्थापना का कार्य भी काफी समय से लम्बित चल रहा है।साथ ही ग्रामीण क्षेत्र ऋषिकेश में निराश्रित पशुओं के लिए कांजी हाऊस निर्माण प्रक्रिया कार्य लम्बित पड़ा हुआ है। जिसे बैठक में निर्णय हेतु नोट किया गया।जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल ने विभिन्न विभाग के अधिकारियों/समिति के सदस्यों को समिति के त्रैमासिक समाचार पत्र प्रकाशन के लिए विकास कार्यों से सम्बंधित रिपोर्ट प्रकाशन हेतु हिंदी में देने का आदेश दिया। समिति के नामित सदस्य सुदामा सिंघल ने बताया कि ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर अगस्त माह में आई बाढ़ का मलवा अभी तक पड़ा हुआ है जिसे हटाया जाना जरूरी है।अपर जिलाधिकारी( प्रसाशन)ने उक्त संदर्भ में उपजिलाधिकारी ऋषिकेश को कार्यवाही के निर्देश जारी किए।पेयजल संस्थान ऋषिकेश की ओर से बताया गया कि ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्र में सीवरेज व्यवस्था प्रारम्भ करने के लिए के एफ डब्ल्यू के तहत टेण्डर प्रक्रिया गतिमान है।नगर निगम ऋषिकेश के अभियंता आनन्द सिंह मिश्रवान ने बताया कि नमामि गंगे योजना के तहत त्रिवेणी घाट पर गंगा अवलोकन केंद्र की स्थापना की गई है जिसका उद्घाटन किया जाना बाकी है।चंद्रभागा नदी क्षेत्र में अतिक्रमण से हटाये गए 86 लोगों के लिए आवास हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना में लिया गया है। मौके पर जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल,उपप्रभागीय वनाधिकारी देहरादून लाखन सिंह पँवार, अधिशाषी अभियन्ता उत्तराखंड जल संस्थान पित्थुवाला,अधिशाषी अभियंता जल संस्थान मसूरी,श्याम मोहन शर्मा अधिशाषी अभियंता एमडीडीए, एसएस चौहान सहायक वैज्ञानिक अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उपस्थित रहे।

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