आस्था के सैलाब के बीच देवभूमि में हजारों श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को दिया अर्घ्य,महापर्व ‘छठ’ महोत्सव’ का हुआ समापन

आस्था के सैलाब के बीच देवभूमि में हजारों श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को दिया अर्घ्य,महापर्व ‘छठ’ महोत्सव’ का हुआ समापन

ऋषिकेश- आस्था के महापर्व ‘छठ’ महोत्सव में गुरुवार सुबह हजारों श्रद्वालुओं ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया। इसी के साथ इस पर्व का आज समापन हो गया।



देवभूमि ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर आस्था के सैलाब के बीच श्रद्वालुओं ने सुबह-सुबह ही घाट पर पहुंचकर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। जिसके बाद उपवास रखने वाले व्रतियों ने छठ मैया का प्रसाद ग्रहण कर व्रत तोड़ा। आपको बता दें छठ पूजा करने का उद्देश्य जीवन में सूर्यदेव की कृपा और छठ मैया का प्रेम-आशीष पाना है। सूर्य की कृपा से आयु और आरोग्य की प्राप्ति होती है तो वहीं छठ मैया के आशीष से इंसान को सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।छठ अकेली ऐसी पूजा है, जिसमें उगते हुए और अस्त होते हुए सूर्य की पूजा की जाती है। अस्त होता सूरज जहां आपको कालचक्र के बारे में बताता है तो वहीं उगता सूरज नई सोच और ऊर्जा का प्रतीक है और जीवन में आगे बढ़ने के लिए इन दोनों चीजों का होना बहुत ज्यादा जरूरी है। आपको बता दें कि आम से लेकर खास तक सभी ने पूरी श्रद्धा के साथ छठ पूजा की और अपने परिवार की खुशहाली के लिए सूर्य भगवान और छठ मैया से प्रार्थना की।इस दौरान गंगा तट आतिशबाजी के साथ साथ छठ मय्या के गीतों से गूंजता रहा।

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