देवभूमि ऋषिकेश में छठ पर हजारों श्रद्धालुओं ने दिया डूबते सूर्य को अर्घ्य

देवभूमि ऋषिकेश में छठ पर हजारों श्रद्धालुओं ने दिया डूबते सूर्य को अर्घ्य

ऋषिकेश-लोकपर्व छठ के पावन अवसर पर बुधवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तीर्थनगरी के गंगाघाटों,तटों पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। पर्व पर छठी माता के भक्तों ने भगवान भास्कर की विधि विधान से आराधना की। आस्था के इस पावन पर्व पर पूर्वांचल और बिहार मूल के हजारों लोग बाजेगाजों के साथ त्रिवेणीघाट समेत विभिन्न गंगातटों पर पहुंचे। देरशाम त्रिवेणीघाट पर भजन संध्या और बिरहा मुकाबला आयोजित किया गया।


तीर्थनगरी और आसपास के इलाकों में सूर्य भगवान की आराधना का लोकपर्व छठ हर्षोल्लास से मनाया गया। इस मौके त्रिवेणीघाट, शीशमझाड़ी, स्वर्गाश्रम आदि इलाकों में पूजा-आराधना के लिए खासे इंतजाम किए गए थे। अपराह्न के बाद से श्रद्धालुओं के गंगातटों पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। जो कि सूर्यास्त से कुछ देर पहले तक अनवरत जारी रहा। इस दौरान श्रद्धालु अलग-अलग इलाकों से टोलियां बनाकर टोकरियों में पूजा सामग्री लेकर गंगातटों पर पहुंचे। श्रद्धालुओं ने सूर्यदेव को अर्घ्य दिया और पारिवारिक सुख-शांति, समृद्धि की कामना की। उधर, त्योहार के दृष्टिगत श्रद्धालु महिलाओं का निर्जल व्रत बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। महिलाएं गुरुवार को प्रात: सूर्योदय पर अर्घ्य के बाद व्रत खोलेंगी।

बच्चे-बूढ़े सभी में दिखा लोकपर्व का उत्साह

ऋषिकेश। लोकपर्वों को मानने और मनाने वालों का पर्व-त्योहारों के प्रति उमंग उल्लास ही कुछ और ही होता है। बुधवार को लोकपर्व छठ के मौके पर गंगातटों पर उमड़े लोगों में इस उल्लास को करीब से देखा जा सकता था। इस दौरान जवान और बूढ़े ओर बच्चों सभी में त्योहार के प्रति खासा उत्साह देखने को मिला। पर्व के अवसर पर व्रती महिलाओं के साथ परिवार के अन्य लोग भी भगवान सूर्यदेव की पूजा-आराधना के लिए नदी तटों पर उमड़े।

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: