तीर्थ नगरी में श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया गया गोवर्धन पूजा महोत्सव

तीर्थ नगरी में श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया गया गोवर्धन पूजा महोत्सव

ऋषिकेश-गोवर्धन पूजा महोत्सव तीर्थनगरी में धूमधाम से मनाया गया। विभिन्न धार्मिक संस्थाओं व सामाजिक संगठनों की ओर से सार्वजनिक पूजन का आयोजन किया गया। गो माता की पूजा के साथ गोवर्धन पर्वत उठाने वाले भगवान श्रीकृष्ण को छप्पन भोग लगाए गए।
नगर निगम महापौर अनिता ममगाई शहर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत के लिए पहुंची और उन्होंने मोजूद उपस्थिति को पर्व की बधाई दी।



इस पावन अवसर पर महापौर ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी सभी लीलाएं भक्तों को आनंद व सुख प्रदान करने के लिए की हैं। उन्होंने इस पर्व पर श्रद्धालुओं से अहंकार का त्याग करने की अपील भी की।शुक्रवार को जयराम आश्रम अन्न क्षेत्र में परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज के सानिध्य में गोवर्धन पूजा का आयोजन किया गया। इस दौरान सैकड़ों श्रद्वालुओं के साथ महापौर ने भी कार्यक्रम में सहभागिता कर महाराज श्री से आर्शीवाद लिया।ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र का अहंकार चूर करने के लिए गोवर्धन पर्वत का धारण कर गोकुल वासियों की रक्षा की थी। उन्होंने कहा कि यह पर्व प्रकृति के प्रति समर्पण भाव का पर्व है। श्रद्धालुओं ने भगवान गोवर्धन को छप्पन भोग अर्पित किये गए। इस अवसर पर पूर्व राज्य मंत्री भगतराम कोठारी,पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, बचन पोखरियाल,, जयेंद्र रमोला, प्रदीप शर्मा, संजय शास्त्री, मनमोहन सूदन आदि उपस्थित थे।उधर
मधुवन आश्रम में गोवर्धन पूजा महोत्सव आश्रम के परमाध्यक्ष परमानंद दास महाराज के सानिध्य में आयोजित किया गया। गो माता के पूजन के पश्चात विभिन्न प्रकार के व्यंजनों, फल, फूल व मिठाइयों से सुसज्जित गोवर्धन पर्वत पर श्रद्धालुओं ने 56 भोग अर्पित किये। इस मौके पर हरिनाम संकीर्तन से वातावरण भक्तिमय हो गया। भगवान गोवर्धन की महिमा का वर्णन करते हुए परमानंद दास ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी सभी लीलाएं भक्तों को आनंद व सुख प्रदान करने के लिए की हैं। उन्होंने इस पर्व पर श्रद्धालुओं से अहंकार का त्याग करने की अपील की।

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