मंहगाई की भेंट चड़ गया दीपावली का पर्व!

मंहगाई की भेंट चड़ गया दीपावली का पर्व!

पटाखा विक्रेताओं को हुआ तगड़ा नुकसान

इलैक्ट्रोनिक गैलरी वाले मायूस, पेंट व्यवसायी परेशान

ऋषिकेश-दीपावली पर्व इस वर्ष महगाई की भेंट चड़ गया।वृहस्पतिवार को पर्व पर शहर के बाजारों में वो रोनक दिखाई नही दी जो कुछ वर्ष पहले तक दिखाई दिया करती थी।इसकी बड़ी वजह महगाई की मार को बताया जा रहा है।धनतेरस पर बर्तन कारोबारी मायूस दिखाई दिए थे अब बड़ी दिवाली पर इलैक्ट्रोनिक सामान के व्यापारियों के चेहरे उतरे दिखाई दिए।सबसे अधिक मार इस मर्तबा पटाखे के विक्रेताओं को हुई है। महंगाई की आग ने अबकी त्योहारी सीजन का पूरा गणित गड़बड़ा दिया है।



दिवाली के दिन भी शहर के तमाम बाजार आज ग्राहकों की कम भीड़ के चलते सूने सूने से नजर आये।जो लोग खरीदारी को बाजार पहुंचे भी लेकिन महंगाई डायन ने उनकी राह में रोड़ा डाल दिया।इलैक्ट्रोनिक गैलरी संचालकों के अनुसार पर्व पर आकर्षक ऑफर भी रखे थे मगर कीमतों में उछाल से ग्राहक आर्कषित नही हो पाये।गौरतलब यह भी है कि दो वर्ष कोरोना के छोड़ दें तो उससे पहले शहर का पूरा बाजार दीपावली के दिन ग्राहकों की जबरदस्त भीड़ उमड़ने से गुलजार नजर आता था था।मगर आज ये दिवाली महंगाई की मार वाली दिखाई दी। जिस तरह से दिनों-दिन हर चीज महंगी हो रही है उससे व्यापारी से लेकर आम जनता सभी परेशान हैं इसका असर आज देश के सबसे बड़े त्योहार पर साफ देखने को मिला। रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके पेट्रोल और डीजल के दाम हर दिन बढ़ रहे हैं जिसका असर आम जनजीवन पर पड़ रहा है, सामान के आसमान छूती कीमतों ने व्यापारियों से लेकर आम जनता तक का त्योहार फीका कर दिया है।पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों का असर हर चीज पर पड़ रहा है। ट्रांसपोर्टिंग महंगी हो चुकी है, नतीजा ये है कि हर सामान के दाम में बढ़ोतरी हो रही है।ऐसे में पर्व पर इसका साफ असर आज देखने को मिला।आसमान छू रही महंगाई ने दीपावली के धंधे को भी इस मर्तबा पूरी तरह से चौपट करके रख दिया।

पेंट के धंधे पर भी लग गई बाट

दिवाली पर घर के रंग-रोगन का काम अमूमन हर कोई कराता है। लेकिन इस दीवाली पर पेंट व्यापारियों का बिजनेस पूरी तरह से फीका रहा।कई सालों से इस व्यवसाय से जुड़े बिजनेसमैन सुनील ग्रोवर कहते हैं कि महंगाई का असर रंग,पेंट ऑयल पर भी पड़ा है।दीपावली में देखा जाए तो हर घर में सफाई और कलर का काम चलता है। इस बार रंग, ऑयल पेंट की कीमतों में 8-10 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई है।महंगे पेंट से लोग परहेज कर गये। दीपावली पर्व पर बिक्री काफी घट गयी। पर्व से पूर्व तक ग्राहक सिर्फ काम ही चलाते रहे ।

कपड़ा मार्केट में भी रहा सन्नाटा

त्योहार के समय पर असली डिमांड तो कपड़ों की ही रहती है, खासकर दीपावली पर।लेकिन रेडीमेड का शौरुम चलाने वाले हर्षित गुप्ता कहते हैं कि इस बार कपड़ों का बाजार डाउन रहा है। त्योहार में दुकानों में पहले ग्राहकों की लाइन लगा करती थी, लेकिन अबकी ऐसा देखने को नही मिला।

पटाखे के विक्रेताओं का दीपावली पर निकला दिवाला

दीपावली पर्व के दौरान इस वर्ष सबसे अधिक महंगाई की मार आतिशबाजी के विक्रेताओं को झेलने पड़ी।पटाखों की बड़ी कीमतों ने भी ग्राहकों के कदम पटाखे की दुकानों की और ठिठका दिए नतीजतन बेहद कम सैल की वजह से पटाखा विक्रेताओं को खासा नुकसान झेलना पड़ा।वृहस्पतिवार को दिनभर दीपावली पर्व के बावजूद मुर्खजी बाजार, क्षेत्र बाजार, रेलवे रोड़ ,हरिद्वार रोड़ पर सजी पटाखों की दुकानों में सन्नाटा पसरा रहा ।
मुखर्जी बाजार में पटाखे खरीदने पहुंचे राहुल मिश्रा व दिनेश रावत ने बताया कि पिछले साल दो तीन हजार रुपये के पटाखों में ही दीपावली का त्योहार धूमधाम से बन जाता था, लेकिन इस बार महंगाई है। पांच हजार के पटाखों से भी काम नहीं चल रहा है। आतिशबाजी की दुकान लगाने वाले साजन कक्कड़ ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार भंयकर महंगाई है। ऊपर से ही पटाखे महंगे आ रहे हैं। इसका जबरदस्त असर सैल पर पड़ा है।हरिद्वार रोड़ पर पटाखे की दुकान लगाने वाले पिंटू ने बताया कि इस वर्ष बेहद कम बिक्री की वजह से उन्होंने पटाखों के कई कार्टून तो आज दीपावली की दोपहर तक नही खोले।लिहाजा इस वर्ष तगड़ा नुकसान होना तय है।

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