शराब माफिया सक्रिय, दीपावली पर्व पर खूब छलकेगें जाम!

शराब माफिया सक्रिय, दीपावली पर्व पर खूब छलकेगें जाम!
ऋषिकेश- दीपावली करीब है। इसके पहले दशहरा गुजर चुका है। कुला मिलाकर जबरदस्त त्यौहारी मौसम है और ऐसे में शौकीनों के जाम छलकाने की चाहत की वजह से शराब की खपत बढ़ जाती है।तीर्थ नगरी भी इस मामले में पीछे नही है। हैरत की बात यह है कि ड्डाई एरिया होने के बावजूद ऋषिकेश में पियक्कड़ों की तादात और शराब की खपतउत्तराखंड के तमाम छोटे-बड़े शहरों से कहीं कम नहीं है।
वैसे तो शहर में शराब का अवैध कारोबार रोकने के लिए
पुलिस प्रशासन एवं आबकारी विभाग नियमित अभियान चलाता है, लेकिन सच्चाई यह भी है कि शहर में अवैध शराब के गोरखधंधे पर पूरी तरह से नकैल कभी भी नही कस पाई है।अब जबकि दीपावली का त्यौहार बिल्कुल नजदीक है ऐसे में शराब माफियाओं के सिंडीकेट को तोड़ना पुलिस प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती होगा।गौरतलब है कि गढ़वाल का मुख्य द्वार कहे जाने वाले ऋषिकेश में शराब माफियाओं का बड़ा नेटवर्क है। तस्करी कर लाए जाने वाले शराब की ब्रिकी यहां की तमाम मलीन बस्तियों से लेकर शहर सेे सटे ग्रामीण क्षेत्रो तक होती हैं। साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में भी यहां से शराब की खेप पहुंचायी जााती है।विडंबना यह भी है कि पुलिस और आबकारी विभाग की तमाम कोशिशों के बावजूद दूसरे राज्यों से शराब तस्करी पर अंकुश नहीं लग रहा है। शराब तस्करी से सरकार को राजस्व का नुकसान भी हो रहा है। पुलिस और आबकारी विभाग तस्करों के खिलाफ सख्ती बरतता है तो शराब माफिया नए रास्ते तलाश कर लेते हैं।बीते सालों में शराब तस्करी कम होनेे के दावे जरूर हुुए लेकिन पूरी तरह से अंकुश नहीं लग पाया है। पुलिस की सख्ती के बावजूद तस्करी जारी है, इससे जाहिर है कि शराब माफिया का नेटवर्क काफी बड़ा है। जानकारी के अनुसार तस्करी की शराब अधिकतर हरियाणा से लाई जाती है।