जगतजननी की विधिपूर्वक उपासना से होगी मनवांछित फल की प्राप्ति-राजेंद्र नौटियाल

जगतजननी की विधिपूर्वक उपासना से होगी मनवांछित फल की प्राप्ति-राजेंद्र नौटियाल
ऋषिकेश-शारदीय नवरात्र की शुरुआत सात अक्टूबर से होगी। अश्विन मास, शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से आरंभ होने वाले शारदीय नवरात्र में इस बार मां दुर्गा का आगमन घोड़े पर होगा, जो सामान्य फलदायक है, जबकि दशमी शुक्रवार को होने से माता का प्रस्थान हाथी पर होना शुभ फलदायक होगा। इस बार नवरात्र नौ नहीं, बल्कि आठ दिन तक चलेंगे
उत्तराखंड के विख्यात ज्योतिषाचार्य पंडित राजेंद्र नौटियाल ने बताया कि शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ छह अक्टूबर को तीसरे पहर चार बजकर 35 मिनट पर होगा, जबकि प्रतिपदा तिथि का समापन सात अक्टूबर को तीसरे पहर तीन बजकर 28 मिनट पर होगा। इसलिए उदया तिथि के अनुसार प्रतिपदा तिथि सात अक्टूबर को सुबह सूर्योदय के समय छह बजकर 13 मिनट मानी जाएगी, जो तीसरे पहर तीन बजकर 28 मिनट तक रहेगी। इस समय के अंतर्गत कभी भी कलश स्थापन संपन्न की जा सकती है।उन्होंने बताया कि नवरात्र उत्सव में जगत जननी मां दुर्गा की विधिपूर्वक पूजा अर्चना करने से मां प्रसन्न होती है और भक्त की हर मनोकामना पूर्ण करती है।