वर्चुअल मीट में लघु उधोगों की समस्याओं एवं उनकी समृद्धि को लेकर हुआ मंथन!

वर्चुअल मीट में लघु उधोगों की समस्याओं एवं उनकी समृद्धि को लेकर हुआ मंथन!

ऋषिकेश-डी एफ क्लब की ग्यारहवीं वर्चुअल मीट में देश के नामचीन उधोगपतियों एवं विशेषज्ञों ने सूक्ष्म, मध्यम एवं लघु उधोगों की समस्याओं और समृद्धि को लेकर गहन मंथन किया।


गोष्ठी में इंडियन ऑयल डायेरक्टर फाइनेंस एस के गुप्ता ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के लघु उद्योगों में इतनी ताकत है कि वह पूरे देश की अर्थव्यवस्था को बदल सकते हैं। इसके लिए उद्योग को अपने व्यापार मॉडल में परिवर्तन करना होगा। कार्यक्रम में गोपाल्स 56 के डायरेक्टर डा गौरव गोयल ने कहा कि सरकार द्वारा कई अच्छी पालिसी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए बनाए जा रही है। उद्यमी भी व्यापार स्थापित कर रहे हैं। फिर भी स्थिति बेहतर नहीं हो रही है। इसका कारण है कि प्रशासन के अधिकारी उद्योग के प्रति अकाउंटेबल नहीं हैं। योजनाएं बनती हैं, नीतियां बनती हैं लेकिन क्रियान्वयन का अभाव है।कार्यक्रम में एम एस एम ई के चैयरमैन इन्द्रजीत घोष व कार्यक्रम समन्वयकडी सी आर्या ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्थानीय उद्यमी जिन्हें लंबे समय के कार्यकाल का अनुभव होता है। उनसे संवाद करने की आवश्यकता नहीं समझी जाती है। बड़े-बड़े शहरों में इन्वेस्टर समिट किये जाते हैं। रोड शो किया जाता है। शासन और प्रशासन दोनों स्तर पर हम कह सकते हैं कि समझदारी और संवेदनशीलता नहीं दिखती है।केंद्र या राज्य में सुक्ष्म लघु उद्योग आयोग की स्थापना हो। लघु उद्योग की समस्याएं उनके सामने रखें और उसका वह त्वरित निदान करें। ऐसी व्यवस्था हो। आयोग के पास अर्ध न्यायिक शक्तियां भी हों। जिससे समस्याओं का निदान हो। उससे सरकारी अधिकारियों की मनमानी भी अंकुश लगने की संभावना हैं। ऑनलाइन संगोष्ठी में मुकेश सिंह ,डी के सर्राफ,किशोर रूंगटा,संदीप के गुप्ता, अनिल कुमार गौतम आदि प्रमुख रूप से मोजूद रहे।

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