विश्व ओजोन दिवस पर पीजी कॉलेज में आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताएं

विश्व ओजोन दिवस पर पीजी कॉलेज में आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताएं
ऋषिकेश-विश्व ओज़ोन दिवस के उपलक्ष्य पर उत्तराखंड राज्य विज्ञान प्रौद्योगिकी परिषद, उत्तराखंड (यूकॉस्ट) द्वारा ऋषिकेश के राजकीय महाविद्यालय में ओजोन दिवस मनाया गया।इस मौके पर भाषण, स्लोगन व पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था जिसमें छात्र छात्राओं ने उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।
मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग के तत्वावधान में आयोजित हुए कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलसचिव , परीक्षा नियंत्रक डॉ महावीर सिंह रावत , महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर पंकज पन्त, डॉ वी.के. गुप्ता व मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग के समन्वयक प्रोफेसर गुलशन कुमार ढींगरा द्वारा सामूहिक रूप से मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन व पुष्प अर्पित कर संयुक्त रूप से किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर जी.के. ढींगरा ने विश्व ओजोन दिवस पर अपने विचार रखें । उन्होंने मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के बारे में भी विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ महावीर सिंह रावत ने ओजोन अपक्षय तथा इससे पर्यावरण में होने वाले नुकसान के बारे में चर्चा की एवं मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी के छात्रों व प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया।महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. पंकज पंत ने ओजोन दिवस पर महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि ओजोन दिवस मनाने का मकसद हमें उन बातों का ध्यान रखने में प्रेरित करता है कि हम अपने दैनिक जीवन में किस प्रकार हानिकारक रसायन उत्पादों को कम से कम उत्सर्जित कर पर्यावरण को बचा सकते हैं ।
इस अवसर पर श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पी.पी. ध्यानी ने वीडियो संदेश द्वारा व डॉक्टर राजेंद्र डोभाल महानिदेशक, यूकोस्ट ने ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर ओजोन दिवस पर इस तरह के जागरूक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सभी को बधाई तथा शुभकामनाएं देकर छात्र छात्राओं को प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में डॉ स्मिता बसेरा ने छात्र छात्राओं द्वारा प्रस्तुत भाषण प्रतियोगिता तथा पोस्टर प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाई । एमएलटी विभाग की प्राध्यापिका सफिया हसन के सशक्त संचालन में सम्पन्न हुए कार्यक्रम में शालिनी कोटियाल, देवेन्द्र भट्ट, अर्जुन पालीवाल, नरेश सिंह, पवन कुमार, श्रवण दास आदि मोजूद रहे।