संस्कृत और भारतीय संस्कृति का घनिष्ठ संबंध -प्रो बिहारी लाल शर्मा

संस्कृत और भारतीय संस्कृति का घनिष्ठ संबंध -प्रो बिहारी लाल शर्मा
ऋषिकेश- श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय की प्रंबध समिति के नव मनोनीत अध्यक्ष प्रो बिहारीलाल शर्मा का कहना है कि देव भाषा संस्कृत के उत्थान और कल्याण के लिए उनके प्रयास सदैव जारी रहेंगे।
उन्होंने एक भेंटवार्ता में बताया कि संस्कृत और भारतीय संस्कृति का घनिष्ठ संबंध है। यदि देश की संस्कृति को जानना और समझना है तो संस्कृत को जानना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वास्तविकता में किसी भी भाषा का सम्मान उसे प्रयोग में लाने से होता है। संस्कृत के उत्थान के लिए अभी बहुत किया जाना बाकी है।अभी हाल में ही
प्रो बिहारीलाल शर्मा को महाविद्यालय की प्रबंध समिति का नया अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। प्रो. बिहारीलाल शर्मा लाल बहादुर शास्त्री केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के वेद-वेदांग संकाय के ज्योतिष विभाग में वरिष्ठ प्रोफेसर हैं।हांलाकि इन बार उनके समक्ष विभिन्न चुनौतियां भी होंगी पर कयास लगाये जा रहे हैं कि तमाम चुनौतियों पर अपनी कुशल कार्य दक्षता से वह पार पा लेंगे।बता दे कि प्रो बिहारीलाल शर्मा के 25 शोध पत्र प्रकाशित हुए हैं।उनकी ज्योतिष एवं वास्तुशास्त्र विषयक अनेक पुस्तकें भी प्रकाशित हैं।