जन्माष्टमी जीवन महोत्सव का पर्व- स्वामी चिदानन्द मुनि
जन्माष्टमी जीवन महोत्सव का पर्व- स्वामी चिदानन्द मुनि
ऋषिकेश -परमार्थ निकेतन में आज पूजन, ध्यान और भजन-कीर्तन के साथ सात्विकता से श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने देशवासियों को जन्माष्टमी की शुभकामनायें देते हुये कहा कि भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान श्री कृष्ण का जन्म समाज में व्याप्त बुराईयों को नष्ट करने के लिए हुआ था। आज का शुभअवसर हमें शत्रुता की भावना, सामाजिक बुराइयों और नकारात्मकता को समाप्त कर धार्मिक मार्ग पर अग्रसर होने का संदेश देता है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती महाराज ने कहा श्री कृष्ण की शिक्षाओं ने मानव जाति पर एक स्थायी छाप छोड़ी है। वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए भी उनकी शिक्षायें एक मार्गदर्शक का कार्य करती रहेगी। भगवान कृष्ण और उनकी दिव्य शिक्षाओं का शाश्वत संदेश हमें सादगी, खुशी, विश्वास और आशीर्वाद के साथ सकारात्मकता से जीवन जीने का संदेश देता है।