त्योहारों पर खिलौनों की बिक्री से जलता है घर का चूल्हा!

त्योहारों पर खिलौनों की बिक्री से जलता है घर का चूल्हा!
ऋषिकेश-त्योहार कोई भी हो उमंग और उल्लास तो बच्चों का ही देखते बनता है। बाजार भी बच्चों के मन की धुन पर सजता और संवरता है। कुछ इसी की झलक आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर तीर्थ नगरी ऋषिकेश में सड़कों किनारे फुटपाथ पर सजी खिलौनों की दुकानों पर दिखाई दी।
सोमवार को जन्माष्टमी पर शहर में हो रही बारिश के बाद मौसम खुला तो आम जनमानस के साथ विभिन्न स्थानों से खिलौने बेचने आये विक्रेताओं के चेहरे भी खिल उठे।आखिर खिले भी क्यूं नही देश के त्योहारों पर होने वाली खिलौनों की बिक्री से ही तो इनके जीवन की गाड़ी आगे सरकती है।हरिद्वार रोड़ स्थित जयराम आश्रम योग संस्थान के बाहर हरिद्वार से खिलौने बेचने आये सचिन ने बताया कि खिली धूप से अच्छी बिक्री की आस जगी है।उम्मीद है शांम तक अच्छे खासे खिलौने बिक जायेंगे।वहीं एक अन्य खिलौना विक्रेता विनीत ने कोरोना के चलते त्योहार सिमटने की वजह से पिछले दो वर्ष से काम का बहुत बुरा हाल हुआ है। उसने बताया सदर बाजार से ही तमाम खिलोने आ रहे हैं जिसमें भीम ,मोटू पतलू ,कृष्ण जी ,चिड़िया ,स्पाइडर-मैन ,हेलीकॉप्टर एवं बाँल बच्चों की पहली पसंद बनी हुई है।उसका कहना था की यदि खिलौने अच्छे बिके तो अगले कुछ दिनों तक दाल रोटी का इंतजाम हो जाएगा।