नागदेव की पूजा से कालसर्प दोष से मिलती है मुक्ति-पंडित राजेंद्र नौटियाल

नागदेव की पूजा से कालसर्प दोष से मिलती है मुक्ति-पंडित राजेंद्र नौटियाल
ऋषिकेश- नाग पंचमी का पर्व शुक्रवार को देवभूमि ऋषिकेश में श्रद्वापूर्वक मनाया गया। लोगों ने भगवान शिव साथ ही नाग देवता की पूजा कर सुख समुद्धि की कामना की। इस दौरान शिव मंदिरों में श्रद्धा का सैलाब सा उमड़ता दिखा।
नाग पंचमी पर्व पर उत्तराखंड के प्रमुख ज्योतिषाचार्य पंडित राजेंद्र नौटियाल ने बताया कि नागदेव की पूजा-अर्चना का यह विशेष दिन है। नाग पंचमी के दिन नागदेव की पूजा-अर्चना करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। वहीं, आज के दिन महादेव के रुद्राभिषेक की प्रधानता है। महादेव की कृपा से सर्वमंगल की पूर्ति होती है। ज्योतिषाचार्य पंडित नौटियाल की माने तो हिंदू धर्म में नाग को देवतुल्य माना गया है। नाग भगवान महादेव को विशेष प्रिय है। यही कारण है कि नाग देव महादेव के गले में विराजमान रहते हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित राजेंद्र नौटियाल के अनुसार नागपंचमी के दिन महादेव और नागदेव की पूजा से कालसर्प दोष से तो मुक्ति मिलती ही है सांप काटने का अनावश्यक भय भी समाप्त हो जाता है। महादेव की कृपा से सांप कभी नुकसान नहीं पहुंचाते। वहीं, विधि-विधान से पूजा करने से घर में शांति व समृद्धि आती है।उन्होंने जानकारी दी कि सनातन संस्कृति में प्रचलित मान्तया के अनुसार धरती पर बड़ी संख्या में विषैले जीव-जन्तु हैं। नागदेव इन विषैले जीव जन्तु से हमारी रक्षा करते हैं। नागदेव की असीम कृपा के कारण ही उनकी इस दिन विशेष पर देवता के रूप में पूजा की जाती है।