बाबूजी धीरे चलना, बड़े गड्ढे हैं इस राह में!

बाबूजी धीरे चलना, बड़े गड्ढे हैं इस राह में!
ऋषिकेश- तीर्थ नगरी के प्रमुख मार्गों की सड़कों में गड्ढे है या गड्ढों पर सड़क है यह जान पाना भी मुश्किल हो गया है। बारिश में खस्ताहाल कराहती सड़कों पर सिसक रहे यातायात से सुहाना सफर महज सुनहरा ख्वाब बन कर रह गया है। हर साल सड़कों की मरम्मत के नाम पर लाखों खर्च कर दिए जाते हैं, इसके बाद भी सड़कों की दशा सुधर नहीं रही है। सड़कों की मरम्मत में होने वाले खेल ने सवालिया निशान लगा दिया है। हालात यह है कि इन सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे खुले पड़े हैं। ये गड्ढे हादसे का सबब बन रहे हैं।बदहाल सड़कों का हाल सिर्फ शहरी ही क्षेत्र में नही है बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों का तो और बुरा हाल है।रायवाला में सरकारी तंत्र और जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
समाजसेवी विरेन्द्र नौटियाल का कहना है कि क्षेत्र में सड़कों की खस्ताहाल स्थिति के कारण क्षेत्रवासियों का बारिश होने पर बाहर निकल पाना मुश्किल हो जातक है। जगह-जगह सड़क पर बने गड्ढे आए-दिन हादसों को दावत दे रहे हैं।गौरतलब है कि रायवाला गहरी माफी और प्रतीत नगर ग्राम सभाओं के साथ ही रायवाला छावनी को राजमार्ग से जोड़ने वाले संपर्क मार्ग पर जगह-जगह बने गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं।मार्ग पर पानी जमा होने से स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।स्थानीय लोग दिन भर सड़क पर बहने वाले बदबूदार गंदे पानी से होकर आवाजाही करने को मजबूर हैं।जिससे स्थानीय लोगों में शासन-प्रशासन के खिलाफ खासा रोष है।