गुप्त नवरात्र के आगाज़ पर कात्यायनी मंदिर में हुए विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान

गुप्त नवरात्र के आगाज़ पर कात्यायनी मंदिर में हुए विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान

ऋषिकेश- आषाढ़ मास के गुप्त नवरात्रों का रविवार को आगाज हो गया। नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न देवी मंदिर आज श्रद्धालुओं से रोशन रहे।



आमतौर पर माना जाता है कि साल में केवल दो बार ही नवरात्र आते हैं एक शारदीय नवरात्र और एक चैत्र नवरात्र। लेकिन ये बहुत ही कम लोग जानते हैं कि साल में दो नहीं बल्कि 4 नवरात्र होते हैं। शारदीय और चैत्र नवरात्र के अलावा 2 गुप्त नवरात्र भी होते हैं जिनके बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं है। एक माघ महीने में तो दूसरा आषाढ में। माघ महीने के गुप्त नवरात्र निकल चुके हैं और अब आगाज़ हो गया है आषाढ महीने के गुप्त नवरात्र का। इस पावन मौके पर शीशम झाड़ी स्थित
कात्यायनी मंदिर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया जिसमें बेहद भक्ति भाव से मां के भक्त सम्मिलित हुए। मंदिर के संस्थापक गुरविंदर सलूजा ने बताया कि ये नवरात्र खास कामनाओं की सिद्धि के लिए किए जाते हैं। भले ही ये नवरात ज्यादा प्रचलित ना हो लेकिन माना जाता है कि चैत्र और शारदीय महीने में आने वाले नवरात्रि से ज्यादा महत्व गुप्त नवरात्रि का ही होता है।गुप्त नवरात्र के 9 दिनों में गुप्त रूप से देवी की साधना की जाती है। उन्होंने बताया गुप्त नवरात्र के दौरान लगातार मां की महिमा का गुणगान होगा । पूरे एहतियात और सुरक्षा के बीच कार्यक्रमआयोजित किया जाएगा ताकि विश्व में शांति जनकल्याण हो ,वैश्विक महामारी का नाश हो और लोगों में सद्भाव बढ़े।

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