साइकिल से दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र किमसार पहुंचे ऋषिकेश के रेड राइडर्स

साइकिल से दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र किमसार पहुंचे ऋषिकेश के रेड राइडर्स
ऋषिकेश-ऋषिकेश साइकिल क्लब के सदस्य जोकि रेड राइडर्स के नाम से जाने जाते हैं आज यमकेश्वर क्षेत्र के किमसार जैसे दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में भी पहुंच गये।इस मौके पर ग्रामीणों ने उनका जोरदार अभिनंदन किया।
मंगलवार को तीर्थ नगरी से बैराज, कौड़िया गाँव होते हुए 35 किलोमीटर का सफर तय करते हुए करीब 4650 फुट ऊंचाई पर स्थित किमसार गांव की मंजिल भी सफलतापूर्वक रेड राइडर्स ने नाप ली।
ऋषिकेश साइकिल क्लब के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने कहा कि पिछले वर्ष से कोरोना ने पूरे विश्व को हिला रखा है और कोरोना की दूसरी वेब ने तो कई लोगों को हमारे बीच से ऑक्सीजन की कमी के कारण छीन लिया है ।साथ ही कोरोना आज हर व्यक्ति को एहसास करा गया है कि पेड़ों को काटने से कितने दुष्परिणाम हो सकते हैं । भारत सरकार को ऐसी पॉलिसी बनानी चाहिये कि सुबह के कुछ समय तक मोटर वाहनों के चलने पर प्रतिबंध हो उस समय केवल व्यक्ति या तो पैदल चले या साइकिल से ताकि पर्यावरण की रक्षा हो सके।
क्लब के सदस्य नीरज शर्मा ने कहा कि हमने रेड राइडर्स के नाम से साइकिल राइड शुरू की, हमारे द्वारा पिछले सा़ल हरिद्वार, देहरादून डाट काली मन्दिर, देहरादून टपकेश्वर मंदिर, कोडराना, धारकोट, मालाखुंटी, क्यार्की, चीला, कुंजापुरी मंदिर सहित कई जगहों पर साइकिल से यात्रा कर शरीर को स्वास्थ्य रखने का संदेश दिया गया। रेड राइडर्स की सदस्य एम्स में नेत्र चिकित्सक डा नीति गुप्ता ने बताया पिछले साल के कोरोना काल से बहुत से लोगों ने साइक्लिंग शुरू की उसी का परिणाम था कि साइक्लिंग करने वाले अधिकतर लोग कोरोना से बचे रहे।टीम के वरिष्ठ रेड राइडर्स सरदार बूटा सिंह ने बताया कि ऋषिकेश साइकिल क्लब से जुड़े मुझे एक वर्ष हो गया है और रोज़ कम से कम 30 किलोमीटर और अधिक से अधिक 100 किलोमीटर से अधिक तक की राइड हमने की है।वह इसे एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखते हैंं।किमसार में साइकिल से पहुँचने वाले रेड राइडर्स में जितेन्द्र बिष्ट, पंकज अरोड़ा, विपिन शर्मा, मनोज रावत, नरेन्द्र कुकरेजा, विपिन, बबलू, देवेन्द्र राजपूत, विक्रम शेडगे, राजेश सूद, हरीश दरगन, दिग्विजय तोमर व मनीष मिश्रा शामिल थे ।