इमरजेंसी के दौरान हुई थी लोकतंत्र की हत्या- प्रेमचंद अग्रवाल

इमरजेंसी के दौरान हुई थी लोकतंत्र की हत्या- प्रेमचंद अग्रवाल
ऋषिकेश – बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय पर विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ताओं के साथ संगोष्ठी में कहा कि आज के ही दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व0 इंदिरा गांधी के कहने पर देश में आपातकाल की घोषणा की गई थी l
शुक्रवार की दोपहर अपने कैम्प कार्यालय में विभिन्न जनप्रतिनिधियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि यह देश के लिए काला अध्याय था l उस दौरान राष्ट्रवादी विचारधारा वाले लोगों को जेल में ठूंस दिया गया था । लोकतंत्र की हत्या कर दी गई थी । समाचार पत्रों का प्रकाशन सरकार के दिशानिर्देशों में होने लगा जो भी व्यक्ति अथवा संस्था तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के विरोध में कहते थे उन्हें जेल में बंद कर दिया जाता था। अग्रवाल ने कहा कि संपूर्ण देश में आपातकाल के खिलाफ आंदोलन खड़ा हुआ और दो लाख से अधिक लोगों को जेल में डाला गया और यातनाएं दी गई । अपने बाल्यकाल के संस्करणों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उनका परिवार प्रारंभ से ही संघ विचारधारा से जुड़ा रहा और उनके परिवार को भी आपातकाल के समय अनेक यातनाएं दी गई ।इस अवसर पर वरिष्ठ पार्षद शिव कुमार गौतम, पार्षद वीरेंद्र रमोला, क्षेत्र पंचायत सदस्य अमर खत्री, मनोज ध्यानी, सुमित पवार अरुण बडोनी, कविता शाह आदिउपस्थित थे ।कार्यक्रम का संचालन राजेश थपलियाल ने किया ।