पौधारोपण से ही रोका जा सकता है प्रकृति का विनाश!

पौधारोपण से ही रोका जा सकता है प्रकृति का विनाश!
ऋषिकेश- पहले हम सोचते थे कि अपने बच्चों को शिक्षा, संस्कार, पूंजी देकर जाएंगे। पर अब इसमें पौधे भी जुड़ गए हैं। अपने बच्चों के लिए प्रकृति में आए असंतुलन को हमें ही खत्म करना होगा, वर्ना शिक्षा, संस्कार और पूंजी भी व्यर्थ साबित होंगे। यह विचार शहर के युवाओं के हैं जिनका मानना है कि यदि अभी सचेत नही हुए तो भविष्य में बेहद गंभीर परिणाम हम सबको भुगतने होंगे।
विभिन्न क्लबो से जुड़े मानव जौहर के अनुसार कोरोना काल में जो लोग हमसे बिछुड़ गए, उन्हें हमेशा अपने साथ जिदा रखने के लिए पौधे लगाने से अच्छा कुछ हो ही नहीं सकता।जी आई सी इंटरनेशनल के चैयरमैन गौरव गोयल के अनुसार कोरोना ने कई अपनों को हमसे छीन लिया। एक-एक सांस के लिए उनकी जद्दोजहद हमने देखी और महसूस की है।यह वायरस चाहे मानव निर्मित हो या कुछ और, पर इसने काफी नुकसान पहुंचाया है। इसलिए मैंने संकल्प लिया है कि प्रकृति को ऐसे सभी वायरसों का मुकाबला करने के मजबूत बनाएंगे। ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएंगे।नगर उधोग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महामंत्री प्रतीक कालिया का कहना है कि हरियाली मानसिक सुकून देती है। पेड़-पौधे भी हमारी तरह हर चीज को महसूस करते हैं। जिस तरह से प्रकृति में असंतुलन बढ़ रहा है, वो हमारे लिए हानिकारक है। इसीलिए अपनी प्रकृति को बचाने के लिए हमें ही आगे आना होगा और प्रण लेना होगा कि हर साल पौधे लगाकर उनकी देखभाल करेंगे।लांयस क्लब रॉयल से जुड़े निशांत मलिक ने बताया कि हमारी संस्था सालों से तोहफे में लोगों को पौधे देती थी। अब हम लोगों से भी यही आह्वान करते हैं कि वे फूल देने की बजाय पौधे देना शुरू करें।