योग विद्या के बूते भारत विश्वगुरु बनने की और अग्रसर-संजीव त्यागी

योग विद्या के बूते भारत विश्वगुरु बनने की और अग्रसर-संजीव त्यागी

ऋषिकेश-प.ल.मो. शर्मा परिसर श्री देव सुमन ऊत्तराखण्ड विश्वविद्यालय के योग विज्ञान के द्वारा आयोजित वर्चुवल साप्ताहिक योग व्याख्यान माला में एवरेस्ट योग इंसिटीट्यूट के निदेशक योगाचार्य संजीव त्यागी ने कहा कि योग विद्या के बल पर भारत को विश्वगुरु का सम्मान प्राप्त है।



प्राचीन काल में योग विदा सन्यासियों या मोक्ष मार्ग के साधकों के लिए ही समझी जाती थी तथा योगाभ्यास के लिए साधक को घर को त्याग कर वन में जाकर एकांत में वास करना होता था ! इसी कारण योग साधना को बहुत ही दुर्लभ माना जाता था ।जिससे लोगों में यह धारणा बन गई थी कि यह योग सामाजिक व्यक्तियों के लिए नहीं है जिसके फलस्वरूप यह योग विद्या धीरे धीरे लुप्त होती गई परंतु पिछले कुछ वर्षों से समाज में बढ़ते तनाव चिंता प्रतिस्पर्धा से ग्रस्त लोगों को इस गोपनीय योग से अनेकों लाभ प्राप्त हुए और योग विदा एक बार पून: समाज में लोकप्रिय होती गई ।योगाचार्य संजीव त्यागी ने इंटरनेशनल गोल्ड मेडलिस्ट कृतिका शर्मा के सहयोग से एडवांस योगाभ्यास करवाया, जिसमें चांदनी, मोनिका, आशा रावत, दीपाली वर्मा, निखिल राजपूत के साथ परिसर के समस्त योग साधकों ने अभ्यास किया।

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