करोड़ों देशवासियों की आस्था का प्रतीक माने जाने वाली पतित पावनी मां गंगा को अनलॉक करे सरकार!

करोड़ों देशवासियों की आस्था का प्रतीक माने जाने वाली पतित पावनी मां गंगा को अनलॉक करे सरकार!
ऋषिकेश- कोराना संक्रमण की दर में तेजी से आई गिरावट के बाद पूरा देश अनलॉक की ओर कदम बढ़ा चुका है। लेकिन करोड़ों देशवासियों की आस्था का प्रतीक माने जाने वाली पतित पावनी मां गंगा के दर्शन से अभी भी श्रद्वालु वंचित हैं ।
देश के विभिन्न राज्यों के साथ चरणबद्ध तरीके से उत्तराखंड में बाजार खुलने के बाद धीरे-धीरे जनजीवन सामान्य होने की ओर कदम बढाता दिखाई देने लगा है लेकिन गंगा पर पहरा अब भी बरकरार है।देवभूमि ऋषिकेश में गंगा दर्शन के लिए श्रद्वालु व्याकुल हैं।पिछले करीब दो माह से वह कलयुग में साक्षात देवी माने जाने वाली मां गंगा के दर्शन नही कर पा रहे हैं। शहर के गंगा भक्तों की पीड़ा को देखते हुए नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने इस संदर्भ में आवाज बुलंद की है ।उन्होंने प्रदेश सरकार से आस्था की देवी मा गंगा को अनलॉक करने की मांग की है। व्यापार मंडल के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्रा व महामंत्री प्रतीक कालिया ने कहां की देवभूमि ऋषिकेश के पहचान पतित पावनी गंगा से है। गंगा पर पहरा रखकर जनजीवन सामान्य होने की उम्मीद किया जाना बेमानी है। गंगा स्नान के लिए घाट जाने पर प्रतिबंध जारी होने से गंगा भक्त बेहद मायूस हैं।उन्होंने कहा कि ,सरकार को कुछ ढील देकर गंगा पर पहरा हटाने का निर्णय लेने की जरूरत है।