‘पेट्रोल वायरस’ से जनता में मचा त्राहिमाम!

‘पेट्रोल वायरस’ से जनता में मचा त्राहिमाम!
ऋषिकेश-कोराना की दूसरी लहर में हर शख्स बुरी तरह से परेशान है।ऐसे में आसमान छूती पेट्रोल-डीजल की कीमतें इन दिनों सभी को खून के आंसू रूला रही हैं। कई लोगों के लिए तो टंकी फुल कराना एक सपना बन कर गया रह गया है।
केंद्र सरकार ने पेट्रोल के दाम में ऐतिहासिक वृद्धि कर सभी को रूला दिया है। पेट्रोल का दाम बढ़ने से आम जनजीवन की रफ्तार को खासा झटका लगा है।लोगों का कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार हर मामले में विफल हो चुकी है। कोरोनाकाल में भी सरकार देश की आवाम को राहत देने के बजाए उसका खून चूसने में लगी हुई है।
कांग्रेस नेता दीपक जाटव कहते हैं कि केंद्र की मोदी सरकार सिर्फ आम लोगों का दम निकालने में लगी है। बंगाल चुनाव के बाद से बार बार पेट्रोल के दाम बढ़ाकर देश की जनता पर सरकार आर्थिक बोझ तले दबाने में तुली हुई है।युवा व्यापारी अमनदीप सिंह का कहना है कि वैश्विक महामारी में भी सरकार द्वारा जनता पर फेंका जा प्रेट्रोलियम बम बेहद ही हेरत अंगेज है।इससे साफ हो गया है कि सरकार को जनता की दुश्वारियों से कोई सारोकार नही रह गया है। मोदी सरकार सिर्फ पूंजीपतियों की सरकार है। जिस तरह से पेट्रोल के दाम बढ़ रहे उससे साफ है कि आने वाले दिनों में मध्यम वर्गीय लोगों के लिए साइकिल से सफर करना ही एकमात्र विकल्प होगा।पूर्व सभासद सोनू पाण्डेय पेट्रोलियम पदार्थो की मूल्य वृद्धि के लिए केंद्र सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हैं। उनका कहना है कि पेट्रोल एवं डीजल के दाम बढ़ने से आम जरूरतों की वस्तुओं के दाम लगातार महंगे हो रहे हैं। पिछले 7 सालों में मोदी सरकार के राज में जनता का बुरा हाल हो चुका है।