डॉक्टर न दवाई, कैसे लड़ेंगे कोरोना से लड़ाई – डॉ राजे सिंह नेगी

डॉक्टर न दवाई, कैसे लड़ेंगे कोरोना से लड़ाई – डॉ राजे सिंह नेगी

ऋषिकेश- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भले ही कहा है कि जहां बीमार, वहीं उपचार। लेकिन, ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में यह संभव नहीं हो पा रहा। संक्रमण ही नहीं, अन्य बीमारियों ने भी ग्रामीण क्षेत्रों में खूब पैर पसारे पर बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के चलते न तो मरीजों की समय से जांच हो पाई और न उपचार। यह आरोप आम आदमी पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी डॉ राजे सिंह नेगी ने लगाया है।उन्होंने कहा कि हरिपुर कला,रायवाला, श्यामपुर, गुमानीवाला आदि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की खोखली व्यवस्था ने ग्रामीणों की जिंदगी को खतरे में डालकर रखा हुआ है।



उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में जब कोरोना संक्रमण ने गति पकड़ी, उस समय न तो जांच की उचित सुविधा थी और उपचार की। हालात बेकाबू हुए तो अधिकारी व उनकी टीमें गांव की तरफ दौड़ीं। गांव-गांव स्क्रीनिंग शुरू कराई गई। संदिग्ध मरीजों की खोजकर उनके दवा उपलब्ध कराने का दावा किया गया। आप के नेता डा नेगी के अनुसारतमाम छोटी बड़ी बीमारियों के बीच तमाम ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को एम्स एवं ऋषिकेश के सरकारी अस्पताल में दोड़ लगानी पड़ती है।कोरोना की दूसरी लहर में कोविड सैंटर होने की वजह से अन्य बीमारियों का वहाँ भी उपचार संभव नही हो पा रहा है।उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी पिछले कुछ दिनों से कोरोना का प्रकोप बड़ा है।हालात बिगड़े तो गांव-गांव स्क्रीनिंग शुरू हुई। ग्राम निगरानी समितियों को गठन हुआ, ताकि मरीजों की जांच कर उपचार मिल सके। अफसोस, मरीजों को फिर भी दवा न मिलने की शिकायतें हैं। ऐसी तैयारियों के साथ कोरोना से लड़ाई कैसे जीत पाएंगे? उन्होंने बतायामौसम में बदलाव के साथ ही संक्रामक बीमारियां पैर पसारने लगती हैैं। खासतौर से खांसी, जुकाम, उल्टी-दस्त, मलेरिया, डेंगू, टायफाइड का प्रकोप सबसे ज्यादा रहता है। इस बार कोरोना संक्रमण ने पैर पसार लिए। ऐसे समय में ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दिए जाने की जरूरत थी, मगर ऐसा हो नहीं पाया।

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: