कोरोना की नाकामी को विज्ञापनों के जरिए ढकने का प्रयास कर रही है सरकार-नेगी

कोरोना की नाकामी को विज्ञापनों के जरिए ढकने का प्रयास कर रही है सरकार-नेगी
ऋषिकेश-पहाड़ कोरोना महामारी की चपेट में हैं।बदतर स्वास्थ्य सेवाओं के चलते हाला बेकाबू हैं। लोग कोरोना वायरस के संक्रमण से मर रहे हैं। कोरोना के मरीजों का पहाड़ी क्षेत्रों में स्थापित कोविड सैंटरों पर टैंट लगाकर उपचार किया जा रहा है ,जहां बिस्तर तक नहीं हैं। मरीज इधर-उधर भटक रहे हैं। उन्हें निजी अस्पतालों में भेजा जा रहा है, जहां इलाज के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूली जा रही है। लेकिन मरीजों के इलाज या अस्पतालों की स्थिति सुधारने पर ध्यान देने की बजाए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत सच्चाई छिपा रहे हैं। कोरोना के फेलियर पर सरकार लाखों रुपये विज्ञापन पर खर्च कर प्रदेश की आवाम को गुमराह कर रही है।
उक्त गंभीर आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी डा राजे सिंह नेगी ने शुक्रवार को प्रदेश सरकार पर हमला बोला है।उन्होंने एक जारी बयान में कहा कि उत्तराखंड में कोरोना को लेकर स्थिति गंभीर है।मुख्यमंत्री हालात से निपटने में पूर तरह नाकाम साबित हुए हैं। हालत दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है और सरकार का खजाना खाली है। आलम यह है कि अस्पतालों में कोरोना के मरीजों के लिए बेड नहीं हैं। मरीज इधर-उधर भटक रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री लोगों को यह आश्वासन दे रहे हैं कि वे चिंता न करें, सब कुछ ठीक है।सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए विज्ञापनों के जरिए अपनी छवि सुधारने में लगी हुई है। जबकि इस समय तमाम संसाधनों का उपयोग सिर्फ कोरोना से कराह रही प्रदेश की जनता को राहत पहुंंचाने के लिए किया जाना चाहिए था।