सब्जी एवं फल विक्रेताओं की लूटमार से जनता त्रस्त!

सब्जी एवं फल विक्रेताओं की लूटमार से जनता त्रस्त!
ऋषिकेश- जिनकी दुकानें बंद हैं वो सेवा में जुटे हैं और जिनके व्यापार चल रहे हैं उन्होंने लूट मचा रखी है।कुछ यही तस्वीर दिखाई दे रही है तीर्थ नगरी ऋषिकेश में इन दिनों ।खासतौर पर फल एवं सब्जी के विक्रेताओं ने तो तमाम हदें पार कर दी हैं।प्रशासन के डंडे का भी इन्हें कोई खौफ नही रहा है।
तीर्थ नगरी ऋषिकेश मैं एक तरफ कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं तो दूसरी तरफ महंगाई भी पैर पसार रही हैं। सब्जियों के दाम परवान चढ़ने लगे हैं, जिससे आम आदमी की रसोई का न सिर्फ बजट बिगड़ रहा बल्कि थाली से सब्जियां गायब हो रही हैं। महंगाई के चलते जहां टमाटर लाल हो रहा है वही शिमला मिर्च का दाम सुनते ही ग्राहकों के पसीने छूट रहे हैं। प्रशासन द्वारा आवश्यक सेवाओं के लिए समय अवधि कम करने के साथ ही सब्जियों के दाम में जबरदस्त उछाल आ गया है।
आलम यह है कि सदाबहार कहे जाने वाले आलू के दाम नीचे आने का नाम नहीं ले रहे है।यही कुछ हाल टमाटर का है जिसने लोगों की जेब पर खासा असर डाला है। टमाटर भी लाल हो गया है। शिमला मिर्च के बढ़ते दामों की वजह से यह मध्यम वर्ग के लोगों की थाली से धीरे धीरे गायब हो रही है।कमोबेश ज्यादातर सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं। गनीमत सिर्फ इतनी है कि तुरई, लौकी,कद्दू करेला के दाम थोड़ा काबू में रहकर लोगों को राहत दे रहे हैं। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि ज्यादातर सब्जियां बाहर से आ रही है।इस वर्ष पैदावार पर फर्क पड़ा है। साथ ही आवक भी कम है। यही वजह है कि बाहर से आने वाली सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं।इन सबके बीच सब्जियों के दाम बढ़ने से रसोई का बजट बढ़ गया है।गीता नगर निवासी सविता रैवानी ने बताया कि बढ़ती महंगाई ने कमर तोड़ दी है। सब्जियों के भाव इतने चढ़ गए है कि अब सब्जी खरीदने में भी सोंचना पड़ता है। ढालवाला निवासी रेखा रयाल सब्जियों के बारे में पूछे जाने पर लाल हो गई।उन्होंने कहा कि अब सब्जी के बारे में मत पूछिए। हर चीज के दाम बढ़ गए हैं। टमाटर लाल आखें दिखा रहा है तो भिंडी के भी नखरे हो गए हैं। आप दूसरी सब्जियों की बात छोड़िए। आलूतक महंगा बिक रहा है। अब आम आदमी क्या करें।हरिद्वार मार्ग निवासी कमलेश शर्मा का कहना है कि सबसे ज्यादा मध्यम वर्ग के लोगों को परेशानी हो रही है। एक तो कोरोना के चलते पहले ही मध्यम वर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित है। अब सब्जियों के दाम भी बढ़ गए हैं।लोगों के घरों का बजट बिगड़ गया है। हर चीज के दाम बढ़ रहे हैं।