उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा प्रायोजित वर्कशॉप एवं कॉन्फ्रेंस सम्पन्न

उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा प्रायोजित वर्कशॉप एवं कॉन्फ्रेंस सम्पन्न

ऋषिकेश-उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, देहरादून द्वारा प्रायोजित, दो दिवसीय कार्यशाला का समापन पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऋषिकेश (श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर) के मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग व डी एन ए लैब, देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में हुआ।





​banner for public:Mayor

दूसरे और समापन अवसर पर पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के प्रोफेसर मनोज कुमार द्वारा कोविड-19 वेस्ट मैनेजमेंट पर व्याख्यान दिया गया। उसके बाद नरोत्तम शर्मा व उनकी डीएनए लैब टीम द्वारा आर एन ए आइसोलेशन एवं सार्स कोविड 2, नोबेल कोरोना वायरस पोस्ट एमप्लीफिकेशन टेक्निक पर व्याख्यान व चर्चा की गई। टेक्नो हब लेबोरेटरी देहरादून के सिद्धार्थ माधव ने छात्रों को डायबिटीज के लिए अपनी खोज/ऐप्प बारे में बताया।सत्र में एम्स ऋषिकेश कि डॉ प्रियंका पात्रा बाय केमिस्ट्री विभाग द्वारा फ्लो साइटोमेट्री पर व्याख्यान दिया गया उसके बाद डॉ रवि शंकर शास्त्री माइक्रोबायोलॉजी विभाग एम्स ऋषिकेश द्वारा हैंड हाइजीन एवं डिसइन्फेक्शन विषय पर व्याख्यान दिया गया।
पोस्टर प्रतियोगिता में तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय मुरादाबाद उत्तर प्रदेश से बाय केमिस्ट्री विभाग के छात्र छात्राओं द्वारा पोस्टर प्रदर्शित किए गए व सीमा डेंटल हॉस्पिटल एवं कालेज की छात्राओं द्वारा पोस्टर प्रदर्शित किए गए जिसमें से 3 उत्कर्ष पोस्टरों को सम्मानित किया गया।कार्यशाला के समापन में उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद देहरादून की के डायरेक्टर जनरल डॉ राजेंद्र डोभाल ऑनलाइन जुड़े व मुख्य अतिथि प्रोफेसर हेम चंद्र, कुलपति हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय देहरादून व विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर ए बी पंत, प्रिंसिपल साइंटिस्ट, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टॉक्सिकोलॉजी रिसर्च सेंटर, लखनऊ व सीमा डेंटल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉ हिमांशु ऐरन आदि ने भी महत्वपूर्ण विचार रखे।
आयोजन सचिव प्रोफ़ेसर गुलशन कुमार ढींगरा एवं महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर पंकज पंत द्वारा सभी अतिथियों को पुष्प गुछ देकर स्वागत किया गया।इस मौके पर बी एम एल टी की छात्राओं द्वारा अतिथियों का स्वागत गीत प्रस्तूत कर स्वागत किया गया। यूकोस्ट के डायरेक्टर जनरल डॉ राजेंद्र डोभाल ने ऑनलाइन जुड़कर सभी प्रतिभागियों से रूबरू हुए व उन्होंने कहा कि कोविड 19 जैसे इस मुश्किल दौर में यह कार्यशाला सभी के लिए बहुत लाभदायक होगी ।उन्होंने डीएनए लैब के डॉक्टर नरोत्तम शर्मा की सराहना की।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो पंत ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन सौंपा व कहा डॉ राजेंद्र डोभाल अपने आप मे एक संपूर्ण संस्थान है जोकि विज्ञान के लोक व्यापिकरण हेतु व्यापक कार्य में जुटा हुआ है जिसके कारण आज के युग में सभी के लिए विज्ञान के प्रति रुचि जागी है ।
उसके बाद प्रो ए बी पंत ने अपने रिसर्च के बारे में बताया एवं कहा कि मैं 1987 में इसी कॉलेज से स्नातक की उपाधि लेकर उत्तीर्ण हुआ था। अपनी रिसर्च स्टेम सेल के ऊपर व्याख्यान भी दिया जिससे उन्होंने कहा कि आज के युग में हम स्टेम सेल से एक नया दांत लगा सकते हैं और कोई भी ऑर्गन ट्रांसप्लांट कर सकते हैं।

सीमा डेंटल के प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉ हिमांशु ऐरन ने आयोजन सचिव प्रोफ़ेसर गुलशन कुमार ढींगरा को बधाई दी व महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो पंत एवं आयोजन सचिव डॉ ढींगरा का धन्यवाद ज्ञापित किया जो उन्होंने इस कार्यक्रम के लिए न्योता दिया और कहा कि यह कार्यशाला बायोमेडिकल क्षेत्र के प्रोफेशनल्स के लिए अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगी आशा है कि हम आगे भी इसी प्रकार कार्य करते रहेंगे। कुलपति चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय महोदय प्रोफेसर हेमचंद्र ने अपने संबोधन में कहा कि मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित यह कार्यशाला सभी मेडिकल व पैरामेडिकल प्रोफेशनल्स के लिए उनके भविष्य में लाभकारी होगी, कोविड-19 में पीसीआर जैसी तकनीकी उभर कर आई जिसका पैरामेडिकल क्षेत्र में सभी शिक्षार्थियों को ज्ञान होना चाहिए और हम आगे हर महामारी के लिए तैयार रहें। विश्वविद्यालय आपकी हर मदद के लिए हमेशा तैयार रहता है और रहेगा।इसके बाद सभी अतिथियों को प्रसस्ति पत्र व एक पौधा स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया गया।कार्यशाला समापन सत्र का संचालन सफ़िया हसन ने किया। इस मौके पर श्रीमती शालिनी कोटियाल, देवेंद्र भट्ट, अर्जुन पालीवाल, विवेक राजभर, पवन, श्रवण, चंद्रशेखर, आयुष आदि मौजूद थे।

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: