खदरी में जंगली हाथी ने रौंदी गेहूंं की फसल

खदरी में जंगली हाथी ने रौंदी गेहूंं की फसल

ऋषिकेश-ग्राम सभा खड़क माफ अन्तर्गत खादर क्षेत्र में लम्बे समय के बादएक दांंत वाले जंगली हाथी ने दस्तक देते हुए गेहूंं की फसल बीती रात रौंद डाली।




​banner for public:Mayor

ग्राम सभा खदरी खड़क माफ की जैव विविधता समिति के अध्यक्ष एवं स्थानीय कृषक विनोद जुगलान ने बताया कि बीते वर्षो की तुलना में इस बार एकदांंत गजराज ने काफी समय बाद दस्तक दी है।इसका प्रमुख कारण यह है कि वन क्षेत्र से सटी ग्राम सभा खदरी की सीमा पर वन विभाग द्वारा वन्यजीवों से फसल एवं मानवीय सुरक्षा के दृष्टिगत दो किमी से अधिक सौर ऊर्जा बाड़ लगाई है।साथ ही बीते वर्ष अगस्त माह में हाथी से सुरक्षा को दो किमी हाथी खाई खुदानकराया गया है।लेकिन कुछ किसानों द्वारा खेत की सीमा पर हाथी खाई खुदान का कार्य रुकवा दिया गया था।उनका कहना था कि इससे खेतों की ओर बाढ़ आने का खतरा बढ़ जाएगा।हालाँकि उनकी मनसा गाँव की सीमा पर खाली पड़ी पँचायत की भूमि पर अतिक्रमण करने की थी।इससे बाढ़ का खतरा तो नहीं बढ़ा लेकिन कुछ हिस्से में हाथी खाई खुदान न हो पाने के कारण जँगली हाथी के लिए खेतों में आमद का रास्ता आसान हो गया है जबकि सौर ऊर्जा बाड़ और खाई खुदान वाले खेतों में इस बार पिछले वर्षों की अपेक्षा जँगली हाथी नहीं घुस पा रहा है।जिन किसानों की फसल कोवन्यजीवों ने नुकसान पहुंचाया है इनमें पुरुषोत्तम रयाल,ज्ञानेश्वर रयाल,गणपति रयाल,सूरी रयाल,राजा राम,ललित सिंह,रतन सिंह,प्रमोद भट्ट, ऊषा देवी,पन्ने लाल,मोर सिंह आदि प्रमुख हैं।ग्रामीणों ने वनविभाग से फसल सुरक्षा की मांग की है।वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश ने बताया कुम्भ क्षेत्र और फायर सीजन होने के कारण मुख्य मार्गों पर वन्यजीवों की निगरानी के लिए वनकर्मी तैनात किए गए हैं।ग्रामीण क्षेत्र में इस बार वन्यजीवों की आमद कम हुई है।ऋषिकेश वन क्षेत्र अंतर्गत खदरी और भट्टों वाला क्षेत्र में जंगली हाथी के आमद की सूचना मिली है।जिस पर संज्ञान लेते हुए वनकर्मियों की रात्रीगश्त बढ़ाई जाएगी।ग्रामीणों ने बताया कि वन्य जीव गंगा जी पारकर राजाजी नेशनल पार्क से आ रहे हैं।

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: