मौनी अमावस्या पर गंगा में लगाई आस्था की डुबकी दूर करेगी ग्रहों के दोष -पंडित राजेंद्र नौटियाल

मौनी अमावस्या पर गंगा में लगाई आस्था की डुबकी दूर करेगी ग्रहों के दोष -पंडित राजेंद्र नौटियाल

ऋषिकेश-मौनी अमावस्या पर श्रद्वालुओं की एक डुबकी तीन पापों से मुक्ति दिलायेगी।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन गंगा में स्नान से तन और मन की शुद्धि तो होती ही है, दान करने से धन की वृद्धि होती है। ऐसी मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर गंगा के पवित्र स्थलों पर देवताओं का वास होता है, वे प्राणियों को पापों से मुक्ति प्रदान करते हैं।





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इस वर्ष 2021 में मौनी अमावस्या 11 फरवरी को है। माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या मौनी अमावस्या के नाम से प्रसिद्ध है, इसे माघी अमावस्या भी कहा जाता है। इस दिन गंगा तटों पर अत्यधिक संख्या में श्रद्धालु पावन अमृतमयी गंगा में डुबकी लगाते हैं। गंगा स्नान के बाद विशेष दान किया जाता है, जिसमें तिल, तिल के लड्डू, तिल का तेल, आंवला, कम्बल, सर्दी के वस्त्र आदि शामिल होते हैं। उत्तराखंड के प्रमुख ज्योतिषाचार्य पंडित राजेंद्र नौटियाल ने बताया कि मौनी अमावस्या के दिन मौन रहकर स्नान और दान करने का विशेष महत्व है। पूरे दिन मौन रहें तो अच्छी सेहत और ज्ञान मिलता है।इस अमावस्या पर स्नान से मानसिक समस्या, डर या वहम से निजात मिलती है।यह व्रत पूरे नियम से करें तो कुंडली के सभी ग्रह दोष दूर होते हैं।इस साल की मौनी अमावस्या के साथ कुम्भ का अद्भुत संयोग बहुत फलदायी है। ज्योतिषाचार्य पंडित नौटियाल के अनुसार मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान से तीन तरह के पापों से मुक्ति मिलती है। गंगा स्नान से मन और शरीर निर्मल तो होता ही है, इसके अलावा पाप कर्म के दुष्प्रभाव और ग्रहों के दोष भी दूर होते हैं।

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