देवभूमि में कोहरे का कहर,सर्दी की मार, जनजीवन लाचार!

देवभूमि में कोहरे का कहर,सर्दी की मार, जनजीवन लाचार!
ऋषिकेश- सर्दी के तेवर बरकरार हैं। इन दिनों सर्दी खूब सितम ढा रही है। रात में कोहरा और पूरे दिन शीतलहर का कहर जनजीवन पर भारी पड़ रहा है।वीरवार को सूर्य भगवान के दर्शन नहीं हुए तो शीतलहर ने भी कहर ढाया और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री तक चला गया था, सूर्य नारायण भी ठंड के आगे कांपते नजर आए। घरों से बाहर निकलते ही लोगों को शीतलहर का सामना करना पड़ रहा था। सबसे बुरी हालत दिहाड़ी मजदूरों की है। ठंड के चलते शहर में काम-धंधे भी ठप पड़े हैं। ठंड का सितम कहर बरपा रह है। अमीर से गरीब हर कोई कोल्ड कर्फ्यू की चपेट में है। बाहर चैन है न ही घर में आराम। एक सप्ताह से घर में दुबके लोग भगवान सूर्य की ओर निहार रहे हैं। चल रहीं बर्फीली हवाएं भीतर तक झकझोर रही हैं।बच्चों व बुजुर्गों के लिए आफत बनी ठंड से फौरी तौर पर राहत मिलती नहीं दिख रही है।
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सरपट दौड़ रही जिदगी एकाएक ठहर गई है। जनजीवन पटरी से उतरने लगा है। घर के बुजुर्गों को बाहर न निकलने की खास हिदायत दी गई है तो मासूमों पर पहरा लगा दिया गया है।पिछले दिनों हुई बर्फबारी के बाद अब उत्तराखंड में दिन ब दिन ठंड बढ़ रही है। इतना ही नहीं मैदानी इलाकों में घना कोहरा छा रहा है।ऋषिकेश भी कोहरे के आगोश में सिमटता हुआ नजर आ रहा है।वीरवार को भी शहर में घना कोहरा छाया रहा। सुबह साढ़े सात बजे लो विजिबिलिटी के कारण लोग वाहनों की लाइट जलाकर सफर करते दिखे।उत्तराखंड में मौसम भले ही साफ हो, लेकिन मैदानी क्षेत्रों में सुबह और शाम घना कोहरा छा रहा है। तीर्थ नगरी मेेंं वर्ष के आखरी माह मेेंं कोहरे का प्रभाव लगातार बना हुआ है।वृहस्पतिवार को भी देवभूमि सफेद कोहरे की चादर मेें सिमटी नजर आई।इसके चलते पहाड़ों पर सफर करने वाले वाहन चालकों को बेहद संभलकर सफर करना पड़ा।