तुलसी पूजन से परिवारों में सदैव बना रहता है सुख समृद्धि और सौभाग्य- पंडित बद्री नारायण मिश्र

तुलसी पूजन से परिवारों में सदैव बना रहता है सुख समृद्धि और सौभाग्य- पंडित बद्री नारायण मिश्र
ऋषिकेश- तीर्थ नगरी ऋषिकेश के प्राचीनतम गोपाल मंदिर के पुजारी पंडित बद्री नारायण मिश्र ने कहा कि जिन घरों में नियमित रूप से तुलसी पूजन होता है वहां सदैव सुख और समृद्धि रहती है। बुधवार को देवोत्थान एकादशी के मौके पर उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि देव चार महीने शयन करने के बाद कार्तिक, शुक्ल पक्ष की एकादशी के दिन उठते हैं। इसीलिए इसे देवोत्थान (देव-उठनी) एकादशी कहा जाता है। देवोत्थान एकादशी तुलसी विवाह एवं भीष्म पंचक एकादशी के रूप में भी मनाई जाती है।
पंडित बद्री नारायण मिश्र के अनुसार प्रतिदिन तुलसी का पूजन करना और पौधे में जल अर्पित करना हमारी प्राचीन परंपरा है। जिस घर में प्रतिदिन तुलसी की पूजा होती है, वहां सुख-समृद्धि, सौभाग्य बना रहता है। धन की कभी कोई कमी महसूस नहीं होती। प्रत्येक मनुष्य को विशेष तौर पर प्रतिदिन तुलसी का पूजन अवश्य करना चाहिए। उन्होंने बताया कि कोरोनाकाल को देखते हुए तुलसी विवाह का कार्यक्रम मंदिर प्रांगण में ही दैर शांम सूक्ष्म रूप से आयोजित किया जायेगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से घरों पर ही भगवान विष्णु की विशेष पूजा करने के साथ ही तुलसी की भी पूजा करने का आह्वान करते हुए कहा कि तुलसी की पूजा में दीपक जलाएं। सुहाग का सामान जैसे कुमकुम, आभूषण, बिंदी, चूड़ियां, लाल साड़ी या चुनरी आदि चीजें तुलसी को चढ़ाएं। कच्चा दूध, मिठाई का भोग लगाएं। पूजा के बाद ये चीजें किसी गरीब सुहागिन को दान करें। ऐसा करने से घर परिवार में लक्ष्मी जी की विशेष कृपा सदैव बनी रहती है।