जानकी सेतु पुल के नाम पर हो जन भावनाओं का सम्मान- डॉ राजे सिंह नेगी

जानकी सेतु पुल के नाम पर हो जन भावनाओं का सम्मान- डॉ राजे सिंह नेगी
ऋषिकेश- जानकी सेतु पुल को लेकर विवादों की काली छाया थमने का नाम नहीं ले रही। ताजा विवाद अब झूला पुल के नाम को लेकर सामने आया है ।प्रदेश के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा 20 नवंबर को पुल का उद्घाटन किया जाना है। लेकिन सरकार की ओर से जो निमंत्रण पत्र छापे गए हैं उनमें झूला पुल के बजाय तीन लेन झूला सेतु का जिक्र किया गया है।इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी ने आवाज बुलंद की है ।
आप के नेता डॉ राजे सिंह नेगी का कहना है कि लक्ष्मण झूला एवं राम झूला पुल के बाद जानकी सेतु नाम से ही पुल स्वीकृत हुआ था और इस नाम को लेकर लोगों की जन भावनाएं भी जुड़ी हुई है। लेकिन सरकार की ओर से जो निमंत्रण पत्र छापे गए उसमें जानकी सेतु पुल का कहीं पर भी जिक्र नहीं है जो कि हैरान करने वाला है। आम आदमी पार्टी के नेता डॉ राजे सिंह नेगी के अनुसार टिहरी एवं पौड़ी क्षेत्र को जोड़ने वाला यह बहुप्रतीक्षित पुल यदि तीन लेन झूला सेतु के बजाय मोटर पुल के लिए स्वीकृत होता तो इसका ज्यादा लाभ क्षेत्र की जनता को मिलता ।साथ ही आपातकालीन स्थिति में अग्निशमन वाहन एवं एंबुलेंस की गाड़ी भी इस पुल से पौड़ी जनपद के सुदूरवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे पाती।लगे हाथों बताते चले कि टिहरी व पौड़ी जनपद को मुनिकीरेती (कैलाश गेट) व स्वर्गाश्रम (वेद निकेतन) में जोड़ने वाले बहुप्रतिक्षित जानकी सेतु का इंतजार अब पूरा हो गया है। करीब 48.8 करोड़ रुपये की लगत से इसका निर्माण किया गया है। आगामी 20 नवम्बर को मुख्यमंत्री क्षेत्रीय विधायक एवं कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल की मोजूदगी में तीन लेन झूला सेतु का उद्वाटन करेंगे।