त्योहार खत्म, अब बेहद संभलकर खाएं मिठाईं- डॉ हरिओम प्रसाद

त्योहार खत्म, अब बेहद संभलकर खाएं मिठाईं- डॉ हरिओम प्रसाद
ऋषिकेश-भैया दूज पर्व के साथ ही दीपोत्सव समाप्त हो गया है, मगर तीर्थ नगरी में अभी भी मिठाइयां बिक रही हैं।नगर से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में भी यही तस्वीरे दिखाई दे रही हैं।बच्चे ही नहीं, बड़े-बुजुर्ग भी मिठाई खाने का लालच नहीं छोड़ पा रहे, जो ठीक नहीं। दरअसल, तमाम दुकानों पर अब दीपावली से पूर्व तैयार किया गया स्टाक ही खप रहा है। चिकित्सकों के अनुसार पुरानी व बासी मिठाइयां खाने से फूड प्वॉइजन , जी मिचलाना व पेट संबंधी अन्य परेशानियां हो सकती हैं।
आईएमए के अध्यक्ष डॉ हरिओम प्रसाद की माने तो अमूमन ज्यादातर मिठाइयां दूध व खोवे से बनी होती हैं, जो जल्दी ही खराब होने लगती हैं। दरअसल, दीपावली से पूर्व तैयार की गई मिठाई कई दिनों तक बेची जाती हैं। इसके बाद भी कई दिनों तक घर पर रखी रहती हैं। फिर, गिफ्ट स्वरूप इसी मिठाई का कई दिनों तक एक-दूसरे के यहां आदान-प्रदान होता है। बच्चों को मिठाई काफी पसंद होती हैं। बासी मिठाई से उन्हें पेट दर्द, उल्टी, जी मिचलाना, डायरिया जैसी परेशानी हो सकती हैं। त्योहार अब खत्म हो चुका है, इसलिए रखी हुई मिठाई न खाएं। डॉ प्रसाद के अनुसार मिठाई खरीदते समय देख लें कि वह ज्यादा दिन पुरानी तो नहीं है। खराब मिठाई खाने से उल्टी, दस्त, पेट दर्द जैसी बीमारियां होने की आशंका है। इन दिनों सबसे अधिक इन्हीं बीमारियों से पीड़ित मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। मरीजों को यही सलाह दी जा रही है कि घर में रखी हुई पुरानी मिठाई भी नुकसान पहुंचा सकती है। अभी कुछ दिन बाहर की मिठाई घर में न लाएं।