सौर ऊर्जा तार बाड़ से थमेगा वन्यजीवों से मानव संघर्ष!

सौर ऊर्जा तार बाड़ से थमेगा वन्यजीवों से मानव संघर्ष!
ऋषिकेश-वन्यजीव-मानव संघर्ष को कम करने एवं आवासीय क्षेत्र में वन्यजीवों की घुसपैठ रोकने को लगाई जा रही है सौर ऊर्जा बाड़।प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून राजीव धीमान के आदेशों पर वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश एम एस रावत के पर्यवेक्षण में स्मृतिवन के समीप लाल पानी वन बीट कक्ष संख्या 1 से कक्ष संख्या 2 तक सौर ऊर्जा बाड़ लगाई जा रही है।
वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश ने बताया कि दो किमी लम्बी सौर ऊर्जा बाड़ के निर्माण का कार्य ऋषिकेश स्थित खाण्ड गाँव विस्थापित क्षेत्र से लेकर अठूर वाला विस्थापित मनसा देवी क्षेत्र तक किया जा रहा है।जिसमें राष्ट्रीय राज मार्ग 58 बाई पास रोड़ से लगते क्षेत्र स्मृतिवन से आगे एक किमी लम्बी दूरी तक का कार्य पूरा किया जा चुका है। अठूर भागीरथी स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित एवं संरक्षित स्मृतिवन के संरक्षक पर्यावरणविद विनोद जुगलान ने कहा कि सौर ऊर्जा बाड़ का निर्माण करने वाले दल में तमिलनाडू के विशेषज्ञ शामिल हैं।वन्य जीव बाहुल्य क्षेत्र के लिये विशेष रूप से तैयार सौर ऊर्जा बाड़ की इस तकनीक में तारबाड़ से पूर्व दो फिट चौड़ा सीमेंटेड प्लेटफार्म तैयार किया जाता है जिससे कि तारबाड़ के आसपास घास फूस न उगने पाए।साथ ही ऊर्जा बाड़ से किसी भी जीव के टकराने पर साइरन बज उठता है।इस तकनीक पर लगभग तीन लाख रुपये प्रति किमी खर्च आता है।ऊर्जा बाड़ के लगने के बाद से वन्यजीवों का आवासीय क्षेत्रों में प्रवेश कम हो जाएगा साथ ही स्मृतिवन की सड़क की ओर से पालतू पशुओं की ओर से आमद भी रुक जाएगी।दूसरी ओर स्मृतिवन की पूर्ण सुरक्षा को विधायक निधि से सुरक्षा बाड़ की जानी है जो कि शीघ्र ही विभाग की ओर से संस्तुति मिलने पर कराई जाएगी।इससे स्मृतिवन के सौंदर्यीकरण का रास्ता और भी आसान हो जाएगा।मौके पर पर्यावरण विद विनोद जुगलान,वन दरोगा स्वयम्बर दत्त काण्डवल,वन दरोगा मनसा राम,वन कर्मी देवेंद्र कुमार,सौर ऊर्जा बाड़ विशेषज्ञ रवि कुमार आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।