जोड़ों के दर्द से राहत के लिए नियमित रूप से करें व्यायाम- डॉ हरिओम प्रसाद

जोड़ों के दर्द से राहत के लिए नियमित रूप से करें व्यायाम- डॉ हरिओम प्रसाद
ऋषिकेश-दिनचर्या व खानपान में बदलाव का सबसे अधिक प्रभाव मनुष्य के शरीर पर पड़ रहा है। कभी 60-70 की उम्र में जोड़ों में दर्द की समस्या होती थी, अब 30 साल की उम्र में ही दर्द सताने लगता है। 50 तक पहुंचते-पहुंचते चलना मुश्किल हो जाता है। आईएमए के अध्यक्ष डॉ हरिओम प्रसाद की माने तो
नियमित व्यायाम और दिनचर्या संयमित के जरिए जोड़ों के दर्द से राहत पायी जा सकती है।
डॉ प्रसाद ने बताया कि सर्दी के मौसम में जोड़ो के दर्द की समस्या से ग्रस्त रोगियों की समस्या और बड़ जाती है ।ऐसे में ऐतिहात बरतनी बेहद आवश्यक है।आई एम ए अध्यक्ष डॉ प्रसाद ने बताया कि दिनचर्या व खानपान के बदलाव से घुटने, कमरदर्द, मांसपेशियों में खिंचाव की समस्याएं बहुत आ रही हैं। यदि उम्र 40 के पार हो गई तो इन समस्याओं के चलते चलना भी मुश्किल हो जाएगा। नियमित टहलें, व्यायाम करें, पानी खूब पिएं। साइकिलिग करें।उन्होंने बताया कि
सर्दी के मौसम में जोड़ों के दर्द की समस्या से बड़ी संख्या में लोग परेशान रहते हैं। जोड़ों के दर्द को नजर अंदाज नही करना चाहिए।कभी कभी अधिक देर तक बैठने से भी जोड़ों में दर्द की दिक्कत होने लगती है।ऑफिस वर्क जिन लोगों का रहता है उनमें ये समस्या अक्सर पाई जाती है। नगर के प्रमुख चिकित्सक डॉ प्रसाद के अनुसार समय पर अगर जोड़ों के दर्द का इलाज न किया जाए तो ये अर्थराइटिस का भी रूप ले सकता है।इससे बचने के लिए शरीर में यूरिया की मात्रा को नियंत्रित रखने की जरूरत है। जो लोग अधिक तनाव में रहते हैं मानसिक रूप से परेशान रहते हैं उन्हें यह रोग जल्दी होता है।इसलिए तनाव आदि से बचना चाहिए। देर रात जो लोग जागते हैं उन्हें भी इसकी दिक्कत होती है। सही डायट न लेने से हड्डियों पर सबसे ज्यादा असर होता है।जंकफूड से हड्डियों को नुकसान पहुंचता है इसका अधिक सेवन नहीं करना चाहिए।