चिपको आंदोलन की जननी गौरा देवी का नाम इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में सदैव रहेगा अंकित- डॉ राजे सिंह नेगी

चिपको आंदोलन की जननी गौरा देवी का नाम इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में सदैव रहेगा अंकित- डॉ राजे सिंह नेगी
जयंती पर अंतरराष्ट्रीय गढवाल महासभा ने पौधरोपण कर गौरा देवी को अर्पित किए श्रद्धासुमन
ऋषिकेश- अंतरराष्ट्रीय गढवाल महासभा के अध्यक्ष विभिन्न संगठनों से जुड़े समाजसेवी डॉ राजे सिंह नेगी ने कहा कि चिपको आंदोलन के जरिए पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने वाली गौरा देवी का नाम इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में सदैव अंकित रहेगा।
रविवार को गौरा देवी की जयंती पर ग्रामीण क्षेत्र हरिपुर कलां में महासभा द्वारा पौधारोपण किया गया।इस मौके पर उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए महासभा के अध्यक्ष डॉ नेगी ने कहा कि चिपको आन्दोलन पर्यावरण सुरक्षा का आन्दोलन था, जिसमें किसानो ने वृक्षों की कटाई का विरोध किया था।इस आन्दोलन की शुरूआत उत्तराखंड में हुई धीरे धीरे यह आन्दोलन पूरे उत्तराखंड में फ़ैल गया था। और इसमें महिलाओं ने भारी संख्या में भाग लिया था।पेड़ो को बचाने के लिए महिलाओं ने अपनी जान की परवाह किये बिना वो ठेकेदारों से लड़ जाती थी।गौरा देवी के अद्भुत साहस से इन सभी महिलाओं में भी शक्ति का संचार हुआ और महिलाए पेड़ों से चिपक गई। डॉ नेगी ने कहा कि गौरा देवी ने चिपको आंदोलन के जरिए पर्यावरण संरक्षण और जंगलों के अवैध दोहन को रोकने के अनूठे आंदोलन से देश को पूरी दुनिया में पहचान दिलाई थी। चिपको आंदोलन की जननी के रूप मेेंं उन्हें सदैव याद रखा जायेेेगा।इस दौरान क्षेत्र पंचायत सदस्य मुकेश गोनियाल, समाज सेवी विक्रांत भारद्वाज,डॉ राजन बडोनी,सूरज गोनियाल,राहुल सिलस्वाल,सुनील जुगलान,मनमोहन नेगी,दीपक जुगलान उपस्तिथ थे।