खूंखार आवारा कुत्तों से खौफजदा है तीर्थ नगरी !

खूंखार आवारा कुत्तों से खौफजदा है तीर्थ नगरी !
ऋषिकेश- दुनिया की सबसे असाध्य बीमारी और ऋषिकेश की हर गली में खतरा…लेकिन प्रशासन का रुख पूरी तरह से लापरवाह।जीं हां हम बात कर रहें हैं शहर में सड़कों पर झुंड बनाकर दोड़ रहे आवारा कुत्तों की जिनकी वजह से रेबीज का खतरा बढ़ता जा रहा है। गली-गली में खुंखार होते जा रहे आवारा कुत्तों का आपसी संघर्ष रेबीज का खतरा बढ़ा रहा है।
पशु चिकित्सकों का मानना है कि पर्यावरण में बदलाव की वजह से कुत्तों में काटने की प्रवृत्ति बढ़ी है। शहर से लेकर गांव तक कुत्तों की संख्या भी बढ़ती जा रही है,जोकि अपने आप में बेहद चिंताजनक है।
पिछले कुछ अर्से में ही तीर्थ नगरी के विभिन्न क्षेत्रों में अनेकों लोग कुत्तों का शिकार हुए। इनकी चपेट में ज्यादातर गलियों में खेलते बच्चे आए हैं। मनीराम रोड, इंदिरा नगर ,शांति नगर सहित नगर की हृदय स्थली त्रिवेणी घाट में भी दिन भर आवारा कुत्ते झुंड के रूप में देखे जा सकते हैं। इनके हमले में शिकार होकर पिछले एक माह के भीतर दर्जनों लोगों जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं को अस्पताल का रास्ता नापना पड़ा है। इन सबके बीच बड़ा सवाल यही है कि मौत बनकर सड़कों पर दिनभर मंडराने वाले खूंखार कुत्तों को पर नकेल कसने के मामले में निगम प्रशासन सुस्त क्यूँ है।