आरक्षित पार्क क्षेत्र में बेखौफ चल रहा है” खनन का खेल “

आरक्षित पार्क क्षेत्र में बेखौफ चल रहा है” खनन का खेल ”
ऋषिकेश-राजा जी रिजर्व पार्क क्षेत्र की गोहरी वन बीट अंतर्गत लक्कड़ घाट के सामने पड़ते वन क्षेत्र में शाम ढलते ही खनन का खेल जारी हो जाता है।किन्तु यह क्षेत्र गंगा के इस छोर पर है।जहाँ पहुँचने के लिए वीरभद्र बैराज पुल पार करके विस्थापित क्षेत्र से होकर आना पड़ता है।लम्बी दूरी के कारण यहाँ गोहरी रेंज के वन कर्मियों की गश्त कम होने के कारण खनन माफिया जमकर खनन करते हैं,साथ ही सुबह होने से पहले अपनी उपखनिजभरी हुई ट्रालियां अपने ठिकानों तक पहुँचा देते हैं।
सूत्रों का कहना है कि बरसात के बाद धड़ल्ले से चल रहे खनन के इस खेल का मामले में वन कर्मियों की भूमिका पर भी प्रश्नचिन्ह लगता दिखाई दे रहा है।यदि यहाँ गश्त की जाती है तो वन सुरक्षा कर्मियों को दोपहर में गंगा नदी के तटपर चल रहे इस गोरख धन्धे का पता क्यों नहीं चलता है!एक ओर पार्क क्षेत्र की निगरानी के लिए के लिए ड्रोन कैमरों के प्रयोग की बात की जाती है तो ऐसे में सुरक्षा के पुख्ता दावों की बात सिर्फ हवाई शाबित हो रही हैं।आरक्षित वन क्षेत्र में खतरनाक वन्यजीवों कोर जोन शामिल होने के कारण यहाँ कभी भी कोई बड़ा हादसा होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य एवं प्रान्त पर्यावरण प्रमुख पर्यावरणविद विनोद जुगलान ने उक्त आरक्षित पार्क क्षेत्र में गश्तदल बढ़ाने की माँग की है।