“कोरोना खौफ” के चलते ग्राहकों की दुकानों में ” नो एंट्री”

“कोरोना खौफ” के चलते ग्राहकों की दुकानों में ” नो एंट्री”
ऋषिकेश- दुकानदार के लिए ग्राहक को भगवान माना जाता था लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के जबरदस्त खौफ में ग्राहक रुपी भगवान में भी दुकानदार को एक ऐसा खतरनाक खलनायक नजर आने लगा है जोकि संक्रमित होने पर उसे भी अपना शिकार बना सकता है। तीर्थ नगरी ऋषिकेश में कोरोना के बड़ते के प्रकोप के बाद कुछ दुकानदारों ने ग्राहकों की दुकानों में नो एंट्री कर दी है। सामान खरीदने के लिए ग्राहक दुकानों में प्रवेश ना कर सकें इसके लिए बकायदा दुकानों को पलास्टिक की पन्नी से पैक किया जा रहा है।ग्राहकों को सामान देने के लिए एक छोटी सी खिड़की बनाकर दुकानदार वैश्विक महामारी से बचाव के इंतजाम करते हुए नजर आ रहे हैं।
कोरोनावायरस सेे पूरी दुनिया आंतकित है। देश भर के साथ अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्ययटन नगरी ऋषिकेश में भी कोरोनावायरस की चपेट लो में आने के बाद अनेकों लोगों को अकाल मौत का ग्रास बनना पड़ा है। अभी भी यह सिलसिला थमा नही है। लगाताार कोरोना संक्रमित के मामले निरंतर प्रकाश में आ रहे हैं जिसके बाद एक और जहांं
प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है वही आम आदमी के साथ दुकानदार भी कोरोना खौफ को लेकर सहमें हुए नजर आ रहे हैं। दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग के तमाम फार्मूले फेल होने के बाद अब कुछ दुकानदारों ने भारी मन से दुकानों में ही ग्राहकों की नो एंट्री कर दी है। वैश्विक महामारी से बचे रहने के लिए शहर के विभिन्न बाजारों में दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानों को प्लास्टिक की पन्नी से पैक कर के ग्राहकों बाहर से ही निपटाया जा रहा है। इस बारे में पूछे जाने पर कुछ दुकानदारों ने बताया कि जान है तो जहान है। ऐसा करके भले ही उनकी दुकानदारी पर कुछ फर्क पड़ रहा हो लेकिन संक्रमण का खतरा भी कम है। कोरोना से बच गये तो कमाने के लिए फिर जिंदगी पड़ी है।