उत्तराखंड में पर्यटन उधोग को बचाने के लिए निकाला पैदल मार्च

उत्तराखंड में पर्यटन उधोग को बचाने के लिए निकाला पैदल मार्च
ऋषिकेश- उत्तराखंड में पर्यटन को बचाने के लिए उत्तराखंड जन विकास मंच के बैनर तले आज पैदल मार्च का आयोजन किया गया।
उत्तराखंड जन विकास मंच के आह्वान पर एक पैदल मार्च मुनी की रेती राम झूला पार्किंग से शुरू होकर कैलाश गेट पर संपन्न हुआ। स्कूल फीस माफी व पर्यटन उद्योग को बचाने हेतु परिवहन अबाधित रूप से संचालन शुरू करवाने की मांग को लेकर बड़ी संख्या में बेहद गर्म मौसम के बावजूद लोग सड़कों पर उतरे। टैक्सी यूनियन के सचिव विजेंद्र कंडारी ने कहा की कोविड-19 के आपदा के कारण जो जरूरी लॉकडाउन सरकार की ओर से किया गया था उस वक्त आम नागरिकों का जीवन बचाना सर्वोच्च प्राथमिकता थी। परंतु इसका एक प्रतिकूल प्रभाव हमारे पर्यटन उद्योग पर पड़ा है ।उन्होंने मांग की कि परिवहन से जुड़े लोगों की आर्थिक स्थिति बुरी तरह से प्रभावित हो चुकी है ।ऐसे समय में सरकार उन्हें आर्थिक प्रोत्साहन राशि प्रदान करें ।ताकि परिवहन से जुड़े लोगों के आर्थिक हितों की रक्षा के साथ-साथ उनके परिवार की भी आजीविका सुरक्षित रहे।
मंच के कोषाध्यक्ष सुभाष शर्मा ने कहा की गाइड यूनियन के सभी सदस्य लंबे लॉकडाउन के कारण आर्थिक रूप से बहुत ही कमजोर हो चुके हैं। सरकार हमारी भी सुध ले क्योंकि यात्रियों का सबसे पहला संपर्क ही हम गाइड लोगों से होता है।
पर्यटन उद्योग से जुड़े मदन बडोनी ने कहा कि सरकार द्वारा राफ्टिंग का सुचारू रूप से संचालन होना अच्छी पहल है ।परंतु मुनी की रेती के पास बने चेक पोस्ट के द्वारा यात्रियों को बार-बार आरटी पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट के लिए रोका जाता है जोकि सरकार की गाइडलाइन के प्रतिकूल है ।इस अवसर पर मंच के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा ,संजीव शर्मा, देवेंद्र मंडल, देवेंद्र बेलवाल, गजेंद्र बिष्ट, अनुराग रावत, गौरव राणा, देवेंद्र मंडल, नंदकिशोर जाटव, सुधीर पंडित , संदीप ,विनोद, विजय नौटियाल, धर्मेंद्र बच्चन गुप्ता ,जय वीर ,जितेंद्र सिंह, हरिश्चंद्र ,रुदल यादव, कृष्णा नौटियाल ,नागेंद्र बड़ौला, उमेश हरि सिंह जयकुमार आदि शामिल थे।