सेवला नाले के दलदल में फंसी गाय को घरेलू स्ट्रेचर बनाकर ग्रामीणों ने सुरक्षित निकाला

सेवला नाले के दलदल में फंसी गाय को घरेलू स्ट्रेचर बनाकर ग्रामीणों ने सुरक्षित निकाला
ऋषिकेश।ग्राम सभा खड़क माफ खदरी स्थित वन विभाग के दस हेक्टेयर प्लान्टेशन से लगते गंगा तट के समीप बह रहे सेवला नाले की दलदल में स्थानीय युवा संदीप राणाकोटी ने जिला गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य समाजसेवी विनोद जुगलान को एक गाय के फँसे होने की सूचना दी।सूचना पाते ही विनोद जुगलान स्थानीय युवकों सहित मौके पर पहुँचे और स्थानीय निवासी हुक्म सिंह जेठूडी की गाय के रूप में पहचान की।जो कि एक माह से लापता थी। जुगलान ने स्थानीय युवाओं को साथ लेकर बाँस बल्लियों की पीनस ( घरेलू स्ट्रेचर) बनाकर बचावकार्य करते हुए गाय को बमुश्किल बाहर निकाला।उसके बाद गौ स्वामी को इसकी सूचना दी गयी। मौके पर पहुँचे गौ स्वामी को युवाओं ने फटकार लगाते हुए कहा कि जीवनभर दूध देने के बाद बूढ़ी होने पर गायों को इस तरह निराश्रित बिल्कुल न छोड़ें।गायों की देखरेख की नैतिक जिम्मेदारी गौ स्वामी की बनती है।गौरतलब है कि लोग गायों के दूध से हटने के बाद ऐसे ही निराश्रित कर इधर-इधर भटकने के लिए छोड़ देते हैं।जो बाद में भूखी प्यासी तड़फती रहती हैं या फिर दुर्घटना ग्रस्त होकर मर जाती हैं।
गाय को दलदल से निकालने वालों में विनोद जुगलान,संदीप रानाकोटी,गज्जू सिंह मिंया, रणवीर जेठूडी,हिमांशु पाण्डेय,ओम प्रकाश कुलियाल,शीतल नौटियाल,विजय कुमार आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।