खदरी में नहीं थम रहा वन्यजीवों का आतंक, हाथियों ने फिर रौंदी धान की फसल

खदरी में नहीं थम रहा वन्यजीवों का आतंक, हाथियों ने फिर रौंदी धान की फसल
ऋषिकेश-श्यामपुर न्याय पंचायत की ग्राम सभा खडरी खड़क माफ में वन्यजीवों की आमद थमने का नाम नहीं ले रही है।बीती रात खदरी के उपजाऊ खादर क्षेत्र में आधी रात को घुस आये जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाते हुए धान की कई बीघा फसल रौंद डाली।गौरतलब है कि वन्यजीवों से फसल सुरक्षा खदरी के किसान आधी रात को खेतों में पहरा देते हैं लेकिन आजकल क्षेत्र में गुलदार की आमद की खबर से किसान आतंकित हैं और आधीरात के बाद घर वापस चले आते हैं।इसी का फायदा उठाकर जंगली हाथी भी अब रात के बारह बजे के बाद धान की फसल पर धावा बोलकर रौंद रहे हैं।
वन विभाग द्वारा हाथियों से फसल सुरक्षा को खोदी गयी खाई में पिछले माह सौंग नदी की बाढ़ का मलवा भर जाने से वन्यजीवों की राह आसान हो गयी है।जैवविविधता समिति खदरी के अध्यक्ष पर्यावरणविद ने वन्यजीवों से ग्रामीणों की फसल सुरक्षा को वन क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश से क्षतिग्रस्त सोलर फेसिंग ठीक कराने और हाथी खाई का मलबा हटवाने की गुहार लगाई है।वन क्षेत्राधिकारी एम एस रावत का कहना है कि जहाँ से वन्य जीव क्षतिग्रस्त खाई को पार करते हुए खेतों में प्रवेश कर रहे हैं उन स्थानों को चिन्हित कर त्वरित मलबा हटाकर ठीक किया जाएगा।साथ ही सौर ऊर्जा बाड़ की रिपेयरिंग भी कराई जाएगी।क्षेत्र में रात्रि गश्त जारी की जाएगी।जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है उनमें राजेश शर्मा,ऊषा देवी,देवेंद्र,रोशन उपाध्याय,दिनेश जुगलान,विनोद प्रसाद,सुदामा प्रसाद,जगदीश प्रसाद,राजेन्द्र,सुरेंद्र,पूरण सिंह,धर्म सिंह आदि प्रमुख हैं।