जानकीपुल का 14 वर्ष का वनवास समाप्त, जल्द होगा उद्घाटन

जानकीपुल का 14 वर्ष का वनवास समाप्त, जल्द होगा उद्घाटन
ऋषिकेश- जानकीपुल के जरिए लगेंगे पर्यटन को पंख। करीब साढे अड़तालीस करोड़ की लागत से निर्मित जानकी सेतु का कार्य इन दिनों बिल्कुल अंतिम चरण में चल रहा है ।सब कुछ ठीक रहा तो अक्टूबर माह में एक भव्य समारोह के बीच इसके उद्घाटन की पूरी संभावना है। कैबिनेट मिनिस्टर व क्षेत्रीय विधायक सुबोध उनियाल द्वारा बहुप्रतीक्षित जानकी सेतु पुल को लेकर किए गए भागीरथ प्रयास अब एक नई इबारत लिखने को तैयार हैं।
टिहरी व पौड़ी जनपद को मुनिकीरेती कैलाश गेट.व स्वर्गाश्रम वेद निकेतन में जोड़ने वाले जानकी सेतु का इंतजार अब पूरा हो गया है। करीब 48.8 करोड़ रुपये की लगत से इसका निर्माण किया गया है। अब पुल पर आवागमन शुरू करने के लिए शुृभ मुहूर्त का इंतजार है। बताया जा रहा है कि अक्टूबर माह में जानकी सेतु का का भव्य उद्घाटन समारोह संपन्न हो सकता है। उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त धार्मिक एवं पर्यटन नगरी ऋषिके को टिहरी जनपद और पौड़ी जनपद से जोड़ने के लिए गंगा पर लक्ष्मणझूला व रामझूला पुल के अलावा पशुलोक बैराज और गरुड़चट्टी मोटर पुल ही हैं। जबकि मुनिकीरेती व स्वर्गाश्रम के बीच रामझूला व लक्ष्मणझूला के विकल्प के तौर पर लंबे समय से नए पुल की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इसी आवश्यकता को देखते हुए वर्ष 2006 में कैलाश गेट व वेद निकेतन के बीच झूलापुल स्वीकृत हुआ था। 14 साल तक सियासी राजनीति के बीच झूलता रहा यह पुल अपना वनवास समाप्त कर अब उद्घाटन के लिए तैयार है।जानकी सेतु पर इसके निर्माण को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उम्मीद है कि अक्टूबर माह में शुभ मुहूर्त पर जानकी सेतु जनता को समर्पित हो जाएगा।