हाथी खाई में बाढ़ का मलवा भरने से वन्यजीवों की राह हुई आसान

हाथी खाई में बाढ़ का मलवा भरने से वन्यजीवों की राह हुई आसान
ऋषिकेश-ग्राम सभा खड़क माफ के खदरी खादर क्षेत्र में गत माह सौंग नदी में आई भीषण बाढ़ और जलवृद्धि के कारण बाढ़ के पानी का रुख सीमांत खेतों की ओर हो गया था।परिणाम स्वरूप वन विभाग द्वारा वन्यजीवों से फसल सुरक्षा को खोदी गयी हाथी खाई में बाढ़ के पानी के साथ मलवा भर गया है।जिससे खादर क्षेत्र में वन्य जीवों की आमद के लिए राह आसान हो गयी है।
वन्य जीव खाई को आसानी से पार कर खेतों की ओर रुख करने लगे हैं।जिनमें जँगली सुवर,नीलगाय,बारह सिंघा के अलावा अब हाथी की आमद भी शुरू होगयी है।इसका प्रमुख कारण है कि बर्षात खत्म होने के साथ ही नदियों में जलस्तर कम होने लगा है।जिससे वन्यजीव नदी पार करके जंगल से खेतों की ओर रुख करना आसान हो गया है।बीती रात राजाजी रिजर्व पार्क की ओर से आये जँगली हाथी ने हाथी खाई को पार करते हुए किसानों की धान की फसल को रौंद डाला।जिनमें कृषक दिनेश,विनोद, सुदामा प्रसाद,राजेश शर्मा,ऊषा जुगलान,विमला देवी रयाल, कुँवर पाल सिंह, धर्म पाल आदि के खेत शामिल हैं।नमामि गंगे जिला क्रियान्वयन समिति के सदस्य पर्यावरणविद विनोद जुगलान सहित उपरोक्त सभी किसानों ने वन विभाग से बाढ़ से क्षतिग्रस्त हाथी खाई से मलवा सफाई की मांग करते हुए ग्रामीणों की फसल सुरक्षा की माँग की है।वन क्षेत्राधिकारी एम एस रावत का कहना है कि खादर क्षेत्र में वन्यजीवों से फसल नुकसान का मामला संज्ञान में आया है।शीघ्र ही फसल सुरक्षा के समुचित प्रयास किये जाएंगे।