समाजसेवी डॉ राजे सिंह नेगी ने बेटियों संग पौधारोपण कर मनाया “हिमालय दिवस”
समाजसेवी डॉ राजे सिंह नेगी ने बेटियों संग पौधारोपण कर मनाया “हिमालय दिवस”
ऋषिकेश- विभिन्न संगठनों से जुड़े समाजसेवी डॉ राजे सिंह नेगी ने अपनी बेटियों संग अपने हरिपुर कला स्थित आवास पर पौधारोपण कर हिमालय दिवस मनाया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि बेटी और वन जहां सबसे बड़ा धन है वही हिमालय देश का मस्तिष्क है है। हिमालय को बचाना है तो पर्यावरण में उत्पन्न हो रहे असंतुलन को दूर करने के लिए घर घर के आंगन में पौधारोपण करना होगा।उन्होंने बताया कि हिमालय की पीड़ा को समझने और उस पर मरहम लगाने के मकसद से नौ सितंबर को हिमालय दिवस मनाने की मुहिम 10 साल पहले उत्तराखंड से ही शुरू हुई थी। सरकार ने भी इसे अंगीकृत किया। लंबे अंतराल के बाद इस दिशा में सकारात्मक पहल तो हुई है लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।
बकौल डॉ राजे सिं नेगी के अनुसार हिमालय की लगातार बिगड़ती सेहत को देखते हुए वर्ष 2010 में उत्तराखंड में जनसंगठनों की पहल पर नौ सितंबर को हिमालय दिवस मनाने की शुरुआत हुई। आज यह दिवस न सिर्फ हिमालयी राज्यों, बल्कि अन्य राज्यों में भी मनाया जाने लगा है। इसके पीछे मकसद यही है कि इस दिन सभी लोग बैठें और हिमालय की सेहत सुधारने के बिंदु पर गहनता से मंथन करें। साथ ही इसके समाधान की दिशा में आगे बढ़ें।उन्होंने कहा कि यह बात समझने की है कि हिमालय की जरूरत सबको है। इसकी सेहत तभी ठीक रहेगी, जब यहां के निवासियों के हित सुरक्षित रहेंगे। इसके लिए आवश्यक है कि नजरिये में बदलाव लाते हुए हिमालयी क्षेत्रों के लिए अलग से व्यापक नीति बनाई जाए।