शिक्षक और चिकित्सक के डबल रोल में हिट साबित हो रहें हैं डॉ राजे सिंह नेगी

शिक्षक और चिकित्सक के डबल रोल में हिट साबित हो रहें हैं डॉ राजे सिंह नेगी
ऋषिकेश-शिक्षा ही वह हथियार है जिसके जरिये गरीब से गरीब इंसान भी अपनी किस्मत बदल सकता है। गरीब बच्चों में शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं को भी अपनी सामाजिक भूमिका निभानी चाहिए। कुछ इसी सोच के साथ तीर्थ नगरी ऋषिकेश में नेत्र रोग विशेषज्ञ और विख्यात समाजसेवी डॉ राजे सिंह नेगी ने वर्ष 2015 में गरीब बच्चों के लिए निशुल्क उड़ान पाठशाला खोली थी। शिक्षा के व्यवसायीकरण के दौर में निशुल्क शिक्षा कि उनकी मुहिम शुरूवााती दौर में अनेकों समस्याओंं से घिरती नजर आई लेकिन डा नेगी अपने इरादों में
अटल रहकर डटे रहे।वो जहां एक और अपना क्लीनिक संभालते तो वहीं जो भी समय मिलता पहुंच जाते हैं
उड़ान पाठशाला में बच्चों को पड़ाने का उनका यह सिलसिला लगातार जारी है बकौल डॉ राजे सिंह नेगी के अनुसार वह अपने क्लीनिक की आधी कमाई स्कूल में गरीब बच्चों की शिक्षा में लगा देते हैं। यह सब करके जो खुशी और सुकून उन्हें मिलता है उसको शब्दों में भी बयां नहीं किया जा सकता। उड़ान शिक्षण संस्थान के निदेशक डॉ राजे सिंह नेगी के अनुसार जब गरीब बच्चों को शिक्षा मिलेगी तभी वह अपने अधिकारों का समुचित उपयोग कर सकेंगे। शिक्षा किसी भी समाज में जागरुकता लाती है और आगे बढ़ने का रास्ता दिखाती है। उन्होंने बताया कि उड़ान फाउंडेशन के माध्यम से बच्चों को बेहतर प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए वह लगातार प्रयासरत रहे हैं। शिक्षा में अभिनव प्रयोग के जरिए समाज के कमजोर तबके के बच्चों को बेहतर शिक्षा से जोड़ने की यह एक कोशिश है। हमारी कोशिश गरीब परिवारों के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि गरीबों को शिक्षा मिलने से समाज और देश का तेजी से सर्वांगीण विकास संभव हो पाएगा।